Edited By Parminder Kaur,Updated: 08 Dec, 2024 03:14 PM
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भारत डिजिटल सार्वजनिक इंफ्रास्ट्रक्चर (DPI) के क्षेत्र में दुनिया का नेतृत्व कर रहा है। आधार, UPI और अब ऑपन नेटवर्क फॉर डिजिटल कॉमर्स (ONDC) जैसे पहलों के माध्यम से भारत ने डिजिटल दुनिया में एक नया मोड़ दिया है। ONDC अब तेजी से स्वीकार्यता प्राप्त...
नेशनल डेस्क. भारत डिजिटल सार्वजनिक इंफ्रास्ट्रक्चर (DPI) के क्षेत्र में दुनिया का नेतृत्व कर रहा है। आधार, UPI और अब ऑपन नेटवर्क फॉर डिजिटल कॉमर्स (ONDC) जैसे पहलों के माध्यम से भारत ने डिजिटल दुनिया में एक नया मोड़ दिया है। ONDC अब तेजी से स्वीकार्यता प्राप्त कर रहा है और वर्तमान में प्रति दिन लगभग 5 लाख लेन-देन हो रहे हैं। यह जानकारी ONDC के गैर-कार्यकारी चेयरपर्सन RS शर्मा ने TOI से बातचीत में दी।
शर्मा ने ONDC को एक क्रांतिकारी कदम बताते हुए कहा- "हम हर दिन लगभग 5 लाख लेन-देन और प्रति माह 15 मिलियन लेन-देन कर रहे हैं। ONDC एक तरह से बेहद परिवर्तनकारी पहल है क्योंकि यह डिजिटल वाणिज्य का एक नया पैटर्न है। हमने इसे प्रोटोकॉल-आधारित बनाया है और इसके जरिए खरीदारों और विक्रेताओं को एक ही मंच पर लाकर इसे एक नया रूप दिया है।"
ONDC की भूमिका और महत्व
उन्होंने कहा- "ONDC ने न केवल वाणिज्य को लोकतांत्रिक बनाया है, बल्कि यह लॉजिस्टिक्स को भी विक्रय से अलग कर दिया है। इस नेटवर्क पर हर ऐसी चीज़ सूचीबद्ध की जा सकती है और जिसका लेन-देन किया जा सकता है। अब मुमकिन हो गई है। आज कई लोग इसे पूरी तरह से समझ नहीं पा रहे हैं। ठीक वैसे ही जैसे शुरुआत में लोग आधार और UPI को नहीं समझ पा रहे थे।"
डिजिटल दुनिया में एकाधिकार और लोकतांत्रिक समाधान
'Algorand India Summit 2024' के दौरान शर्मा ने डिजिटल दुनिया के एकाधिकार (Monopoly) का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा, "आज केवल एक Google, एक WhatsApp, एक Facebook और कुछ ही मोबाइल ऑपरेटिंग सिस्टम्स हैं। हम ऐसे सिस्टम या समाधान नहीं चाहते हैं, जो कुछ व्यक्तियों या संस्थाओं को अत्यधिक शक्तियां प्रदान करें। इसलिए हमारे देश के लिए समाधान सस्ता और लोकतांत्रिक होना चाहिए, जिसमें सभी के लिए प्रवेश बाधाएं कम हों और हर किसी को एक्सेस मिल सके।"
भारत का नेतृत्व
उन्होंने यह भी कहा कि अब DPI (डिजिटल सार्वजनिक इंफ्रास्ट्रक्चर) एक सामान्य शब्द बन चुका है और भारत इस क्षेत्र में नेतृत्व कर रहा है। भारत का यह प्रयास न केवल देश की डिजिटल अर्थव्यवस्था को आकार दे रहा है, बल्कि यह पूरी दुनिया के लिए एक मिसाल बन सकता है।