Edited By Radhika,Updated: 16 Aug, 2025 11:45 AM

प्रसिद्ध गीतकार और लेखक जावेद अख्तर ने हाल ही में सोशल मीडिया पर ट्रोलर्स को मुंहतोड़ जवाब दिया है। एक ट्रोल ने जब उनके परिवार पर आपत्तिजनक टिप्पणी की, तो जावेद अख्तर ने पलटवार करते हुए लिखा, "बेटा, जब तुम्हारे बाप-दादा अंग्रेजों के जूते चाट रहे थे,...
नेशनल डेस्क: प्रसिद्ध गीतकार और लेखक जावेद अख्तर ने हाल ही में सोशल मीडिया पर ट्रोलर्स को मुंहतोड़ जवाब दिया है। एक ट्रोल ने जब उनके परिवार पर आपत्तिजनक टिप्पणी की, तो जावेद अख्तर ने पलटवार करते हुए लिखा, "बेटा, जब तुम्हारे बाप-दादा अंग्रेजों के जूते चाट रहे थे, मेरे बुजुर्ग देश की आज़ादी के लिए काला पानी में मर रहे थे। अपनी औकात में रहो।"
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जावेद अख्तर के परिवार का स्वतंत्रता संग्राम से जुड़ाव
जावेद अख्तर का यह जवाब उनके परिवार के गौरवशाली इतिहास को दर्शाता है। उनके परदादा, फजल-ए-हक खैराबादी (1797-1861), एक जाने-माने भारतीय इस्लामी विद्वान, कवि और स्वतंत्रता सेनानी थे। उन्होंने 1857 के भारतीय विद्रोह का खुलकर समर्थन किया था और ब्रिटिश शासन के खिलाफ एक फतवा भी जारी किया था। इसी वजह से उन्हें अंडमान द्वीप समूह में स्थित कुख्यात काला पानी (सेलुलर जेल) की सजा दी गई, जहां उनका निधन हो गया।
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साहित्यिक और राजनीतिक विरासत
जावेद अख्तर के परिवार की विरासत केवल स्वतंत्रता संग्राम तक सीमित नहीं है। उनके दादा, मुज्तर खैराबादी और पिता, जां निसार अख्तर दोनों ही प्रसिद्ध कवि थे। उनकी रचनाएं अक्सर स्वतंत्रता, प्रतिरोध और सामाजिक न्याय जैसे विषयों पर आधारित होती थीं, जो ब्रिटिश शासन के दौरान जन-जागरण का काम करती थीं। इस तरह जावेद अख्तर का परिवार अपनी साहित्यिक और राजनीतिक दोनों ही विरासतों के लिए जाना जाता है।