Edited By Yaspal,Updated: 06 Aug, 2022 09:20 PM
उपराष्ट्रपति पद का चुनाव शनिवार को संपन्न हो गया। एनडीए उम्मीदवार जगदीप धनखड़ ने बड़ी जीत की है और विपक्षी उम्मीदवार मार्गरेट अल्वा को बड़े अंतर से हराया है। जगदीप धनखड़ भारत के 14वें राष्ट्रपति होंगे। वह निवर्तमान उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू की...
नेशनल डेस्कः उपराष्ट्रपति पद का चुनाव शनिवार को संपन्न हो गया। एनडीए उम्मीदवार जगदीप धनखड़ ने बड़ी जीत की है और विपक्षी उम्मीदवार मार्गरेट अल्वा को बड़े अंतर से हराया है। जगदीप धनखड़ भारत के 14वें राष्ट्रपति होंगे। वह निवर्तमान उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू की जगह लेंगे। उपराष्ट्रपति राज्यसभा का सभापति भी होता है। ऐसे में संसद के दोनों सदनों पर राजस्थान से आने वाले नेता ही आसीन होंगे।
संसद के दोनों सदनों के सर्वोच्च पद यानी लोकसभा अध्यक्ष और राज्यसभा के सभापति पर राजस्थान से आने वाले नेता आसीन होंगे। जगदीप धनखड़ राजस्थान से आते हैं और लोकसभा स्पीकर ओम बिरला भी राजस्थान से आते हैं। ऐसे में दोनों सदनों का संचालन करने की जिम्मेदारी अब राजस्थान के इन दोनों नेताओं पर है।
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला भी राजस्थान से
लोकसभा चुनाव अध्यक्ष ओम बिरला राजस्थान से आते हैं। वह राजस्थान की कोटा लोकसभा का प्रतिनिधित्व करते हैं। बिरला दूसरी बार कोटा से बतौर सांसद चुनकर आए हैं। 17वीं लोकसभा में उन्हें अध्यक्ष पद का जिम्मा सौंपा गया है। लोकसभा अध्यक्ष के कार्यकाल के तौर पर बिरला काफी सख्त दिखाई दिए हैं। उन्होंने वेल में आने वाले सांसदों को कई बार नसीहत दी है तो कई बार सांसदों को सस्पेंड भी किया है। बिरला के राजनीतिक जीवन की शुरुआत अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से हुई। पहली बार वह कोटा की दक्षिण सीट से उपचुनाव में विधायक चुने गए, दो साल बाद ही उन्हें भाजपा ने लोकसभा का चुनाव लड़ाया और 2014 में पहली बार लोकसभा में चुनकर आए।
भेरों सिंह शेखावत के बाद राजस्थान से दूसरे उपराष्ट्रपति
जगदीप धनखड़ भेरों सिंह शेखावत के बाद राजस्थान से आने वाले दूसरे उपराष्ट्रपति होंगे। इससे पहले साल 2002 से 2007 तक भेरों सिंह शेखावत उपराष्ट्रपति रहे थे। उन्हें एनडीए की तरफ से उपराष्ट्रपति बनाया गया था, तब केंद्र में अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व में एनडीए की सरकार थी। वह भी राजस्थान से आते थे। धनखड़ का जन्म राजसस्थान के झूंझनू जिले के छोटे से गांव किठाना में हुआ। उनकी स्कूली शिक्षा भी किठाना में हुई।