Edited By Tanuja,Updated: 08 Feb, 2024 02:28 PM
चीन के ऋणजाल में फंसे श्रीलंका और पाकिस्तान के हालात से पूरी दुनिया वाकिफ है। इस बीच अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) ने चेतावनी दी है...
इंटरनेशनल डेस्कः चीन के ऋणजाल में फंसे श्रीलंका और पाकिस्तान के हालात से पूरी दुनिया वाकिफ है। इस बीच अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) ने चेतावनी दी है कि अगर मालदीव ने चीन से कर्ज लेना बंद नहीं किया तो यही हालत उसकी भी हो सकती है । IMF ने मालदीव की स्थिति पर चिंता जाहिर करते हुए कहा है किमालदीव का कर्ज उच्च जोखिम पर है और ये देश चीन के कर्ज तले जब जाएगा। IMF ने मालदीव को चेतावनी दी है कि वो जल्द से जल्द कर्ज लेने की अपनी नीतियों में बदलाव करे, नहीं तो उसका भी हाल वैसा ही होगा, जैसा श्रीलंका का हुआ था।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार IMF ने बुधवार को चेतावनी देते हुए कहा कि मालदीव ने चीन से काफी ज्यादा कर्ज लिया है और अब भारत से भी अपने रिश्ते खराब कर चुका हैइस वजह से देश में ऋण संकट का खतरा बहुत ज्यादा है। IMF ने तत्काल पॉलिसी एडजस्टमेंट की बात भी कही है। IMF के अनुसार महत्वपूर्ण नीतिगत परिवर्तनों के बिना, समग्र राजकोषीय घाटे और सार्वजनिक ऋण के अधिक बने रहने का अनुमान लगाया जा सकता है। रिपोर्ट के अनुसार जब से चीनी समर्थक मोहम्मद मुइज्जू ने देश के राष्ट्रपति के तौर पर सत्ता संभाली है, तब से चीन ने और भी ज्यादा कर्ज देने की सहमति जताई है। पिछले महीने मालदीव के राष्ट्रपति चीन गए थे, जहां उन्होंने चीन को मदद देने के लिए धन्यवाद भी किया था।
सफेद रेत वाले बीच के लिए फेमस ये देश, कोविड के दौरान हुए आर्थिक संकट से तो बाहर निकल चुका है पर कर्ज की वजह से आर्थिक स्थितियां अप्रत्याशित बनी हुई हैं। देश की अर्थव्यवस्था अधिकतर टूरिज्म पर ही निर्भर करती है। विश्व बैंक के अनुसार साल 2021 तक मालदीव के ऊपर 3 बिलियन डॉलर कर्ज था जो उसने चीन से लिया था। हाल ही में जब PM मोदी ने लक्षयद्वीप की यात्रा की थी, तब से भारतीयों में भी मालदीव और भारत की ओर उनके रूख के प्रति नाराजगी है, जिसके बाद कई भारतीयों ने मालदीव जाने के अपने प्लान को भी कैंसल कर दिया था।