Edited By vasudha,Updated: 19 Jul, 2021 06:08 PM
संसद के मॉनसून सत्र के पहले दिन सोमवार को लोकसभा में प्रश्नकाल नहीं चल सका और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा मंत्रिपरिषद के नये सदस्यों का परिचय कराये जाने के दौरान कांग्रेस समेत कुछ विपक्षी दलों की नारेबाजी के बाद दोनों सदनों की कार्यवाही कल 11...
नेशनल डेस्क: संसद के मॉनसून सत्र के पहले दिन सोमवार को लोकसभा में प्रश्नकाल नहीं चल सका और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा मंत्रिपरिषद के नये सदस्यों का परिचय कराये जाने के दौरान कांग्रेस समेत कुछ विपक्षी दलों की नारेबाजी के बाद दोनों सदनों की कार्यवाही कल 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई। इससे पहले पेगासस जासूसी कांड पर रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव लोकसभा में केंद्र सरकार का पक्ष रखते हुए कहा कि 'रिपोर्ट कहती है कि डेटा में फोन नंबर्स की मौजूदगी से हैक की पुष्टि नहीं होती।'
पीएम ने विपक्ष को लिया आड़े हाथों
सदन की बैठक शुरू होने पर चार नवनिर्वाचित सदस्यों ने शपथ ग्रहण किया। इसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से लोकसभा में मंत्रिपरिषद के नये सदस्यों का परिचय कराने के दौरान कांग्रेस समेत कुछ विपक्षी दलों के सदस्यों ने केंद्र के तीन नये कृषि कानूनों और अन्य विषयों पर हंगामा शुरू कर दिया। इस पर प्रधानमंत्री ने विपक्षी सदस्यों को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि कुछ लोगों को यह रास नहीं आ रहा है कि दलित, आदिवासी, ओबीसी और महिला मंत्रियों का यहां परिचय कराया जाए।
लोकसभा अध्यक्ष ने की शांत रहने की अपील
लोकसभा अध्यक्ष ने कांग्रेस समेत विपक्षी सदस्यों से शांत होने की अपील की। उन्होंने कहा df परंपराओं को न तोड़ें। आप लंबे समय तक शासन में रहे हैं। आप परंपरा को तोड़कर सदन की गरिमा को कम नहीं करें। इस सदन की गरिमा को बनाए रखें...प्रधानमंत्री जी सदन के नेता हैं और फेरबदल के बाद मंत्रिपरिषद का परिचय करा रहे हैं। आप सदन की गरिमा को बनाए रखें।’’
मैं सोच रहा था कि सदन में एक उत्साह का वातावरण होगा: पीएम मोदी
संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने भी हंगामा कर रहे विपक्षी सदस्यों से शांति से नये मंत्रियों का परिचय होने देने की अपील की। सदन में कांग्रेस समेत कुछ विपक्षी दलों के सदस्यों की नारेबाजी के बीच प्रधानमंत्री ने उन पर निशाना साधते हुए कहा कि मैं सोच रहा था कि सदन में एक उत्साह का वातावरण होगा क्योंकि बड़ी संख्या में हमारी महिला सांसद मंत्री बनी हैं...आज खुशी का माहौल होगा कि आदिवासी साथी बड़ी संख्या में मंत्री बने हैं। उन्होंने कहा कि किसान परिवार और ग्रामीण परिवेश से आने वाले, सामाजिक और आर्थिक रूप से पिछड़े समाज से आने वालों को बड़ी संख्या में मंत्रिपरिषद में स्थान मिला है, उनके परिचय में खुशी होनी चाहिए थी।
विपक्ष ने की नारेबाजी
इसके बाद बिरला ने कहा कि प्रधानमंत्री सदन के पटल पर मंत्रियों के परिचय की सूची रख सकते हैं। इसके बाद प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘मैं पटल पर रखता हूं। गौरतलब है कि गत सात जुलाई को नरेंद्र मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल का पहला मंत्रिपरिषद विस्तार हुआ था जिसके तहत 43 मंत्रियों को शपथ दिलाई गई। इनमें 15 कैबिनेट और 28 राज्य मंत्री हैं। इससे पहले लोकसभा अध्यक्ष ने सदन के 40 दिवंगत पूर्व सदस्यों के निधन की जानकारी दी। उन्होंने इसके बाद प्रश्नकाल चलाने का प्रयास किया लेकिन विपक्षी सदस्यों की नारेबाजी जारी रही।
प्रधानमंत्री के संबोधन का विरोध
वहीं इससे एक दिन पहले विपक्षी दलों ने कोविड पर संसदीय सौंध में सभी सांसदों के लिए प्रधानमंत्री के संयुक्त संबोधन की पेशकश को लेकर आपत्ति जतायी और कहा कि संसद का सत्र जारी रहने के दौरान ऐसा करना 'गैर जरूरी' होगा और इस कदम का मकसद नियमों को 'दरकिनार' करना है। तृणमूल कांग्रेस और माकपा समेत अन्य दलों के नेताओं ने यह भी कहा कि जब कोविड महामारी और इससे संबंधित मुद्दों पर संसद में चर्चा की जा सकती है तो इसके लिए 'बाहर' जाने की क्या जरूरत है?