Edited By Shubham Anand,Updated: 10 Dec, 2025 03:23 PM

लोकसभा में 10 दिसंबर को चुनाव सुधार पर चर्चा के दौरान बीजेपी सांसद कंगना रनौत ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ईवीएम हैक नहीं करते, बल्कि लोगों के दिल हैक करते हैं। उन्होंने राहुल गांधी और कांग्रेस पर तीखा हमला किया और पुराने मतदान की धांधली का जिक्र...
नेशनल डेस्क : लोकसभा में 10 दिसंबर को चुनाव सुधार पर चर्चा के दौरान बीजेपी सांसद और अभिनेत्री कंगना रनौत ने अपनी मुखर प्रतिक्रिया दी। विपक्ष द्वारा ईवीएम में गड़बड़ी और चुनाव प्रक्रिया में संभावित धांधली के आरोपों पर जवाब देते हुए कंगना ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ईवीएम हैक नहीं करते, बल्कि लोगों के दिलों को हैक करते हैं।
कंगना रनौत ने अपने भाषण में राहुल गांधी और कांग्रेस पार्टी को भी निशाने पर लिया। उन्होंने कहा कि विपक्ष बार-बार पुराने जमाने के मतदान की बात करता है और दावा करता है कि पुराने तरीके सबसे अच्छे थे, जबकि वास्तव में उस समय भी धांधली होती थी। कंगना ने कहा, “ये लोग दुहाई देते हैं कि पुराने जमाने का मतदान सबसे अच्छा होता था। उस वक्त धांधली होती थी, ये लोग बॉक्स उठाकर ले जाते थे।”
कंगना ने विपक्ष पर किया तीखा हमला
भाजपा सांसद ने कहा कि विपक्ष सदन में हर दिन एसआईआर, एसआईआर कर हंगामा करता है। उन्होंने कहा, “दिल दहल जाता था इनको देखकर, कल राहुल गांधी जी जब बोल रहे थे, बार-बार वही खादी में धागा है, धागे से कपड़ा है, करते रहे। अंत में वह ले देकर विदेशी महिला की फोटो पर आ गए। वह खुद कई बार कह चुकी हैं कि कभी भारत नहीं गई हूं। उनकी तस्वीर का प्ले कार्ड में इस्तेमाल किया। उनके पर्सनालिटी राइट्स का भी ध्यान नहीं रखा। इसके लिए मैं संसद की तरफ से माफी मांगती हूं।” कंगना ने अपने भाषण में यह स्पष्ट किया कि प्रधानमंत्री मोदी पर विपक्ष के आरोप निराधार हैं और चुनाव आयोग तथा लोकतंत्र के प्रति जनता का भरोसा ही सबसे बड़ी ताकत है।
वन नेशन-वन इलेक्शन पर कंगना की राय
कंगना रनौत ने ‘वन नेशन, वन इलेक्शन’ की आवश्यकता पर भी जोर दिया। उन्होंने कहा कि बार-बार चुनाव कराने से न केवल आर्थिक नुकसान होता है बल्कि प्रशासनिक असुविधाएं भी बढ़ती हैं। कंगना ने इसे लोकतंत्र का उत्सव बताकर इसे एकसाथ मनाने और लागू करने की अपील की। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी अपने चरित्र में मर्यादा नहीं रखती और बार-बार असंतोष फैलाती रहती है।
कंगना ने कहा, “वन नेशन, वन इलेक्शन लागू होने से बार-बार चुनाव कराने की असुविधा और आर्थिक नुकसान से बचा जा सकता है। इसे लोकतंत्र का उत्सव बनाना चाहिए और इसे लागू करने की सख्त जरूरत है।”