Edited By Seema Sharma,Updated: 01 Jul, 2021 04:08 PM
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को नेशनल डॉक्टर्स डे (national doctors day) पर देश के चिकित्सा जगत से जुड़े लोगों को संबोधित करते हुए देशवासियों की तरफ से डॉक्टरों का आभार व्यक्त किया। पीएम मोदी ने कहा कि डॉक्टरों को हमेशा ईश्वर के रूप में देखा...
नेशनल डेस्क: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को नेशनल डॉक्टर्स डे (national doctors day) पर देश के चिकित्सा जगत से जुड़े लोगों को संबोधित करते हुए देशवासियों की तरफ से डॉक्टरों का आभार व्यक्त किया। पीएम मोदी ने कहा कि डॉक्टरों को हमेशा ईश्वर के रूप में देखा जाता है। देश इस समय कोरोना से जंग लड़ रहा है और ऐसे समय में डॉक्टरों की सेवा बेमिसाल है। कोरोना के कारण कई डॉक्टरों की भी मौत हुई। कोरोना काल में डॉक्टरों ने लाखों लोगों की जान बचाई। भारतीय चिकित्सा संघ (IMA) द्वारा नेशनल डॉक्टर्स डे पर आयोजित किए गए कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि हमारी सरकार का फोकस स्वास्थ्य क्षेत्र पर है। देश में तेजी से AIIMS खोले जा रहे हैं।
पीएम मोदी के संबोधन का प्रमुख अंश
- इस साल हेल्थ सेक्टर के लिए बजट का Allocation दोगुने से भी ज्यादा यानि दो लाख करोड़ रुपए से भी अधिक किया गया। Health Infrastructure को मजबूत करने के लिए 50 हजार करोड़ रुपए की एक Credit Guarantee Scheme लेकर आए हैं, जहां स्वास्थ्य सुविधाओं की कमी है।
- आज देश में तेजी से नए AIIMS खोले जा रहे हैं, नए मेडिकल कॉलेज बनाएं जा रहे हैं, आधुनिक हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर खड़ा किया जा रहा है। 2014 तक देश में केवल 6 AIIMS थे, वहीं इन 7 वर्षों में 15 नए AIIMS का काम शुरू हुआ। मेडिकल कॉलेज की संख्या भी लगभग डेढ़ गुना बढ़ी है।
- जितनी बड़ी संख्या में आप मरीजों की सेवा और देखभाल कर रहे हैं, उसके हिसाब से आप पहले से ही दुनिया में सबसे आगे हैं। ये समय यह भी सुनिश्चित करने का है कि आपके काम का, आपकी Scientific studies का दुनिया संज्ञान ले और आने वाली पीढ़ी को उसका लाभ भी मिले।
बता दें कि 1 जुलाई को देश के महान चिकित्सक और पश्चिम बंगाल के दूसरे मुख्यमंत्री डॉक्टर बिधानचंद्र रॉय का जन्मदिन और पुण्यतिथि होती है। यह दिन उन्हीं की याद में मनाया जाता है। चिकित्सक समुदाय ने कोरोना महामारी से लड़ाई में अहम भूमिका निभाई है और इस समय भी डॅाक्टर अपनी जान की परवाह किए बगैर देश सेवा में लगे हुए हैं। प्रधानमंत्री अक्सर अपने संबोधनों में इसके लिए चिकित्सकों और अग्रिम मोर्चे पर काम करने वाले अन्य लोगों की सराहना करते रहे हैं।