Edited By Rohini Oberoi,Updated: 25 Dec, 2025 02:30 PM

दिल्ली की तिहाड़ जेल जिसे एशिया की सबसे सुरक्षित और बड़ी जेलों में गिना जाता है अब एक नए अवतार में सामने आ रही है। जेल की सलाखों के पीछे कैदियों द्वारा तैयार किए गए बेहतरीन उत्पाद अब सिर्फ कोर्ट परिसर या जेल कैंटीन तक सीमित नहीं रहेंगे। तिहाड़...
नेशनल डेस्क। दिल्ली की तिहाड़ जेल जिसे एशिया की सबसे सुरक्षित और बड़ी जेलों में गिना जाता है अब एक नए अवतार में सामने आ रही है। जेल की सलाखों के पीछे कैदियों द्वारा तैयार किए गए बेहतरीन उत्पाद अब सिर्फ कोर्ट परिसर या जेल कैंटीन तक सीमित नहीं रहेंगे। तिहाड़ प्रशासन ने आधुनिक कदम उठाते हुए इन प्रॉडक्ट्स को डिजिटल प्लेटफॉर्म पर लॉन्च कर दिया है।
मायस्टोर (Mystore) ऐप पर शुरू हुई बिक्री
तिहाड़ जेल प्रशासन ने सरकारी ई-कॉमर्स नेटवर्क ONDC से जुड़े ऐप मायस्टोर पर अपने उत्पादों की लिस्टिंग शुरू कर दी है। फिलहाल 13 तरह के सामान ऑनलाइन उपलब्ध हैं। इनमें शुद्ध सरसों का तेल, विभिन्न प्रकार की कुकीज (नारियल, आटा, जीरा, ओट्स, नानखटाई) और हैंडीक्राफ्ट आइटम शामिल हैं। कैदियों द्वारा हाथ से तराशा गया टीकवुड गणेश शोपीस भी ऑनलाइन खरीदा जा सकता है। यदि मायस्टोर पर रिस्पॉन्स अच्छा रहा तो जल्द ही ये सामान अमेज़न (Amazon) और फ्लिपकार्ट (Flipkart) जैसे बड़े प्लेटफॉर्म्स पर भी दिखाई देंगे।

तिहाड़ फैक्ट्री: हुनर से बदलती जिंदगी
तिहाड़ जेल के डीजी एस.बी.के. सिंह के अनुसार यह पहल कैदियों के सुधार और उनके पुनर्वास का एक बड़ा हिस्सा है। जेल की फैक्ट्री में लगभग 500 कैदी रोजाना सुबह 8 से शाम 4 बजे तक काम करते हैं। काम करने वाले कैदियों को लगभग 412 रुपये प्रतिदिन का मेहनताना मिलता है जिसे वे अपने बैंक खातों के जरिए अपने परिवार को भेज सकते हैं। साल 2024 में सिर्फ बेकरी यूनिट से 8 करोड़ रुपये और अन्य यूनिट्स (फर्नीचर, पेपर, टेक्सटाइल) से 11 करोड़ रुपये की कमाई हुई।
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बेकरी से लेकर सुप्रीम कोर्ट के कागज तक
तिहाड़ की फैक्ट्री में केवल खाने-पीने का सामान ही नहीं बल्कि कई सरकारी जरूरतों का सामान भी बनता है:
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बेकरी यूनिट: यहां 70 से ज्यादा तरह के बिस्किट और नमकीन तैयार होते हैं।
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स्टेशनरी: सुप्रीम कोर्ट में इस्तेमाल होने वाले विशेष कागज, फाइल और कार्डबोर्ड यहां बनाए जाते हैं।
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हैंडीक्राफ्ट: जूट बैग, हाथ से बनी साड़ियां और स्कूल फर्नीचर भी यहां के कैदियों के हुनर का नमूना हैं।
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अभी कहां मिलते हैं ये सामान?
ऑनलाइन प्लेटफॉर्म के अलावा तिहाड़ के उत्पाद दिल्ली के सभी जिला न्यायालयों, दिल्ली हाई कोर्ट, तिहाड़ हाट और जेल एम्पोरिया में बिक्री के लिए उपलब्ध हैं। तिहाड़ की तर्ज पर अब तमिलनाडु, गुजरात और हिमाचल प्रदेश जैसी अन्य राज्यों की जेलें भी अपने कैदियों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए ऐसे ही मॉडल पर काम कर रही हैं।