Edited By Harman Kaur,Updated: 25 Aug, 2025 05:21 PM

उत्तरी ओडिशा के तीन प्रमुख जिले- बालासोर, भद्रक और जाजपुर इन दिनों बाढ़ की चपेट में हैं। भारी बारिश के चलते नदियों का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर पहुंच गया है, जिससे कई गांवों में पानी भर गया और जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है।
नेशनल डेस्क: उत्तरी ओडिशा के तीन प्रमुख जिले- बालासोर, भद्रक और जाजपुर इन दिनों बाढ़ की चपेट में हैं। भारी बारिश के चलते नदियों का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर पहुंच गया है, जिससे कई गांवों में पानी भर गया और जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है।
बालासोर सबसे ज्यादा प्रभावित
अधिकारियों के अनुसार, बालासोर जिले के बालीपाल, बस्ता, भोगराई और जेलेश्वर प्रखंडों में सुवर्णरेखा नदी के उफान पर बहने से बाढ़ जैसी स्थिति बन गई है। सोमवार सुबह राजघाट में सुवर्णरेखा का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर पहुंच गया। जल संसाधन विभाग, के मुख्य अभियंता चंद्रशेखर पाधी ने बताया कि जलस्तर में थोड़ी गिरावट आ सकती है, लेकिन ऊपरी इलाकों में लगातार बारिश की वजह से यह दोबारा बढ़ सकता है।
भद्रक और जाजपुर में भी गंभीर हालात
भद्रक जिले में बैतरणी नदी के उफान से धामनगर और भंडारीपोहगरी ब्लॉक प्रभावित हैं। अखुआपाड़ा में नदी खतरे के निशान को पार कर चुकी है। वहीं, जाजपुर जिले के दशरथपुर ब्लॉक में कानी नदी के तटबंध में 30 मीटर लंबी दरार आ गई है, जिससे कई गांव जलमग्न हो गए हैं।
सुंदरगढ़ और अन्य जिलों में असर
सुंदरगढ़ जिले के बोनाई ब्लॉक में ब्राह्मणी नदी उफान पर है। जांगला के पास सिया जोरा पुल के डूबने की स्थिति बन गई है, जिससे यातायात बाधित हुआ है। जकेइकेला और लालेई जैसे क्षेत्रों में खेतों में पानी भर गया है।
राहत और बचाव कार्य शुरू
आपदा प्रबंधन मंत्री सुरेश पुजारी ने बताया कि संबंधित जिलों के प्रशासन को तुरंत राहत एवं बचाव कार्य शुरू करने का निर्देश दिया गया है। भद्रक जिले के कुछ हिस्सों में स्कूल और आंगनवाड़ी केंद्र दो दिनों के लिए बंद कर दिए गए हैं।