विदेश नीति में नया अध्याय: पीएम मोदी 2 से 10 जुलाई तक 5 देशों के दौरे पर, जानिए क्या है एजेंडा

Edited By Updated: 01 Jul, 2025 07:57 PM

pm modi on a tour of 5 countries from 2 to 10 july

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 2 जुलाई से 10 जुलाई 2025 तक पांच देशों के दौरे पर रहेंगे। ये सभी देश भारत की विदेश नीति के लिहाज से काफी अहम माने जा रहे हैं। इस दौरे के दौरान वे घाना, त्रिनिदाद और टोबैगो, अर्जेंटीना, ब्राजील और नामीबिया की यात्रा करेंगे।...

National Desk : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 2 जुलाई से 10 जुलाई 2025 तक पांच देशों के दौरे पर रहेंगे। ये सभी देश भारत की विदेश नीति के लिहाज से काफी अहम माने जा रहे हैं। इस दौरे के दौरान वे घाना, त्रिनिदाद और टोबैगो, अर्जेंटीना, ब्राजील और नामीबिया की यात्रा करेंगे। पीएम मोदी की विदेश यात्रा की शुरुआत घाना से होगी, जिसके बाद वे त्रिनिदाद एंड टोबैगो, फिर अर्जेंटीना और ब्राजील जाएंगे। ब्राजील में वे BRICS शिखर सम्मेलन में भाग लेंगे। इसके बाद वे नामीबिया पहुंचेंगे। इस यात्रा के दौरान भारत और इन देशों के बीच कई अहम आर्थिक और कूटनीतिक समझौतों की उम्मीद है।

सबसे पहले घाना जाएंगे पीएम मोदी 
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की यह घाना यात्रा उनकी पहली द्विपक्षीय यात्रा है। खास बात यह है कि पिछले करीब 30 वर्षों में यह पहली बार है जब कोई भारतीय प्रधानमंत्री घाना जा रहे हैं। इससे पहले घाना के राष्ट्रपति जॉन महामा 2015 में भारत-अफ्रीका फोरम समिट में शामिल होने के लिए भारत आए थे।

घाना को पश्चिम अफ्रीका की सबसे तेजी से विकसित हो रही अर्थव्यवस्थाओं में गिना जाता है। भारत और घाना के बीच व्यापारिक और निवेश संबंध काफी मजबूत हैं और लगातार विस्तार हो रहा है। भारत, घाना के लिए सबसे बड़ा निर्यात साझेदार है, जहां से भारत के कुल आयात का 70% हिस्सा सोने से जुड़ा होता है। प्रधानमंत्री मोदी इस दौरे में घाना के राष्ट्रपति के साथ द्विपक्षीय सहयोग की समीक्षा करेंगे और व्यापार, ऊर्जा, रक्षा और विकास जैसे क्षेत्रों में आपसी सहयोग को और मजबूत करने पर चर्चा करेंगे।

त्रिनिदाद और टोबैगो की यात्रा क्यों अहम
घाना की यात्रा के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कैरिबियन देश त्रिनिदाद और टोबैगो (टीएंडटी) पहुंचेंगे। यह उनकी पहली आधिकारिक यात्रा होगी और 1999 के बाद किसी भारतीय प्रधानमंत्री की यह पहली द्विपक्षीय यात्रा भी होगी। इस देश की खास बात यह है कि यहां की 40 से 45 फीसदी आबादी भारतीय मूल की है। यहां की प्रधानमंत्री कमला प्रसाद बिसेसर और राष्ट्रपति क्रिस्टीन कार्ला कंगालू दोनों ही भारतीय मूल की हैं।

नवंबर 2024 में पीएम मोदी गुयाना की यात्रा पर गए थे, और आठ महीनों में यह उनकी दूसरी कैरिबियन यात्रा होगी, जो इस क्षेत्र के प्रति भारत की कूटनीतिक प्राथमिकता को दर्शाती है। इस यात्रा का एक ऐतिहासिक महत्व भी है, क्योंकि इसी साल त्रिनिदाद और टोबैगो में भारतीय मूल के लोगों के आगमन के 180 साल पूरे हो रहे हैं। वहीं, भारत और टीएंडटी के बीच आर्थिक संबंध भी लगातार मजबूत हो रहे हैं। वित्त वर्ष 2024-25 में दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय व्यापार 341.61 मिलियन डॉलर तक पहुंच चुका है, जो आपसी सहयोग की बढ़ती संभावनाओं को दर्शाता है।

अर्जेंटीना की पहली यात्रा
57 वर्षों में पहली बार, भारत के प्रधानमंत्री के रूप में नरेंद्र मोदी अर्जेंटीना की आधिकारिक यात्रा पर जा रहे हैं। वहां वे अर्जेंटीना के राष्ट्रपति जेवियर माइली से मुलाकात करेंगे। यह दोनों नेताओं के बीच दूसरी मुलाकात होगी, पहली बार वे नवंबर 2024 में रियो डी जेनेरियो में आयोजित जी-20 शिखर सम्मेलन में मिले थे। इस दौरे के दौरान, पीएम मोदी और राष्ट्रपति माइली भारत-अर्जेंटीना के बीच चल रही साझेदारियों की समीक्षा करेंगे और रक्षा, कृषि, खनन, ऊर्जा, तेल और गैस जैसे अहम क्षेत्रों में सहयोग को और आगे बढ़ाने के तरीकों पर चर्चा करेंगे।

भारत और अर्जेंटीना के बीच खनिज संसाधनों के क्षेत्र में विशेष रूप से लिथियम जैसे अहम खनिजों को लेकर मजबूत सहयोग विकसित हुआ है, जो भारत की हरित ऊर्जा जरूरतों के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। इसके अलावा, अर्जेंटीना भारत को सोयाबीन और सूरजमुखी तेल का एक प्रमुख आपूर्तिकर्ता है। वर्ष 2024 में भारत अर्जेंटीना का पांचवां सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार और निर्यात गंतव्य बन गया है, जो दोनों देशों के बीच बढ़ते आर्थिक रिश्तों का संकेत है।

ब्राज़ील में ब्रिक्स सम्मेलन
रियो डी जेनेरो में होने वाले ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ब्राजील के राष्ट्रपति लुइज़ इनासियो लूला दा सिल्वा से मुलाकात करेंगे। इसके बाद वे ब्राजील की राजकीय यात्रा पर भी जाएंगे। इस शिखर सम्मेलन में प्रधानमंत्री मोदी वैश्विक शासन में सुधार, शांति और सुरक्षा के मुद्दे, बहुपक्षीय व्यवस्था को मजबूत करना, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) का जिम्मेदार उपयोग, जलवायु परिवर्तन से निपटने के उपाय, और वैश्विक स्वास्थ्य जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा करेंगे। इस दौरान उनकी कई अन्य देशों के नेताओं के साथ द्विपक्षीय बैठकें भी हो सकती हैं।

राजकीय यात्रा के तहत प्रधानमंत्री ब्रासीलिया भी जाएंगे, जहां वे राष्ट्रपति लूला के साथ व्यापार, रक्षा, ऊर्जा, अंतरिक्ष अनुसंधान, विज्ञान और तकनीक, कृषि और स्वास्थ्य जैसे प्रमुख क्षेत्रों में द्विपक्षीय सहयोग को मजबूत करने पर बातचीत करेंगे। गौरतलब है कि ब्राजील दक्षिण अमेरिका में भारत का सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार है, जिससे दोनों देशों के बीच रणनीतिक रिश्तों को और मजबूती मिलने की उम्मीद है


अंतिम पड़ाव नामीबिया
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपनी पहली नामीबिया यात्रा के दौरान वहां की राष्ट्रपति नेटुम्बो नंदी-नदैतवा से मुलाकात करेंगे। इस दौरान वे नामीबिया के महान स्वतंत्रता सेनानी और संस्थापक राष्ट्रपति डॉ. सैम नुजोमा को श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे। साथ ही पीएम मोदी नामीबिया की संसद को भी संबोधित करेंगे। भारत और नामीबिया के बीच व्यापारिक रिश्ते भी लगातार मजबूत हो रहे हैं। वर्ष 2000 में जहां द्विपक्षीय व्यापार मात्र 3 मिलियन डॉलर था, वहीं अब यह बढ़कर करीब 600 मिलियन डॉलर तक पहुंच चुका है। यह यात्रा दोनों देशों के बीच सहयोग को नई ऊंचाई देने में अहम भूमिका निभाएगी।


 

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