Edited By Anu Malhotra,Updated: 12 Dec, 2025 11:31 AM

रेलवे विभाग अब अपने कर्मचारियों और संविदा स्टाफ के लिए नई डिजिटल पहचान प्रणाली लागू करने जा रहा है। रेलवे बोर्ड की प्रधान कार्यकारी निदेशक रेणु शर्मा ने सभी जोन को इसके क्रियान्वयन का आदेश दे दिया है। इस नई पहल के तहत कर्मचारियों को QR कोड आधारित...
नेशनल डेस्क: रेलवे विभाग अब अपने कर्मचारियों और संविदा स्टाफ के लिए नई डिजिटल पहचान प्रणाली लागू करने जा रहा है। रेलवे बोर्ड की प्रधान कार्यकारी निदेशक रेणु शर्मा ने सभी जोन को इसके क्रियान्वयन का आदेश दे दिया है। इस नई पहल के तहत कर्मचारियों को QR कोड आधारित पहचान पत्र जारी किए जाएंगे, जिससे उनकी जानकारी डिजिटल रूप में तुरंत और सुरक्षित तरीके से उपलब्ध होगी।
पहचान पत्र की खास बातें
रंग कोड: नियमित कर्मचारियों के लिए पीला कार्ड, संविदा कर्मचारियों के लिए नारंगी कार्ड।
जानकारी: कर्मचारी की तस्वीर, नाम, पद, विभाग, हस्ताक्षर, जारी और वैधता की तिथि, तथा जारीकर्ता अधिकारी का नाम और हस्ताक्षर।
QR कोड: इसे स्कैन करने पर कर्मचारी का नाम, पता, पद, कार्यस्थल, आधार नंबर, कार्ड जारी और वैधता की तिथि तथा जारीकर्ता अधिकारी की जानकारी डिजिटल रूप में प्राप्त की जा सकेगी।
संविदा कर्मचारी: कार्ड पर स्पष्ट रूप से "ऑन कॉन्ट्रैक्ट" अंकित रहेगा।
रेल मंत्रालय का कहना है कि यह पहल कर्मचारियों की सुरक्षा और पहचान की विश्वसनीयता सुनिश्चित करने के साथ-साथ कार्यालय में प्रवेश प्रक्रिया को सुव्यवस्थित और पारदर्शी बनाएगी। कर्मचारी अब अपने डिजिटल पहचान पत्र से आसानी से कार्यालय में प्रवेश कर सकेंगे। सभी रिकॉर्ड डिजिटल होंगे, जिससे प्रबंधन और मॉनिटरिंग सरल और प्रभावी होगी। सभी जोन के कर्मचारियों को समान रूप से यह सुविधा उपलब्ध होगी, जिससे सुविधा और पारदर्शिता में सुधार होगा।
क्या यह बदलाव खास है?
यह नई पहल केवल पहचान सुनिश्चित करने तक सीमित नहीं है। यह रेलवे में डिजिटल परिवर्तन और आधुनिक प्रबंधन प्रणाली की दिशा में एक बड़ा कदम है। QR कोड आधारित प्रणाली के साथ, कर्मचारी और प्रशासन दोनों के लिए सुरक्षा और कार्यकुशलता बढ़ेगी।