Edited By Harman Kaur,Updated: 15 Jul, 2025 06:52 PM

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने अंतरिक्ष से सफल वापसी करने वाले भारतीय वायुसेना के ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला को बधाई दी है। उन्होंने कहा कि 'एक्सिओम-4 मिशन' में उनकी सक्रिय भागीदारी ने भारत के अंतरिक्ष अन्वेषण को एक नया मील का पत्थर प्रदान किया है।
नेशनल डेस्क: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने अंतरिक्ष से सफल वापसी करने वाले भारतीय वायुसेना के ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला को बधाई दी है। उन्होंने कहा कि 'एक्सिओम-4 मिशन' में उनकी सक्रिय भागीदारी ने भारत के अंतरिक्ष अन्वेषण को एक नया मील का पत्थर प्रदान किया है।
राष्ट्रपति ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'X' (पूर्व ट्विटर) पर लिखा, “अंतरिक्ष मिशन में शामिल सभी वैज्ञानिकों और अंतरिक्ष यात्रियों को मेरी हार्दिक बधाई। शुभांशु शुक्ला ने साहस, समर्पण और वैज्ञानिक सोच का अद्वितीय उदाहरण पेश किया है।”
20 दिन का मिशन, 18 दिन अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन पर बिताए
शुक्ला ने हाल ही में ड्रैगन ‘ग्रेस’ अंतरिक्ष यान के जरिए 20 दिवसीय अंतरिक्ष मिशन को सफलतापूर्वक पूरा किया। इस दौरान उन्होंने 18 दिन अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) पर बिताए। उनका अंतरिक्ष यान भारतीय समयानुसार मंगलवार दोपहर 3:01 बजे दक्षिणी कैलिफोर्निया के सैन डिएगो के निकट समुद्र में उतरा।
भारत के लिए ऐतिहासिक क्षण
शुभांशु शुक्ला अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन तक पहुंचने वाले पहले भारतीय बन गए हैं। इससे पहले राकेश शर्मा 1984 में अंतरिक्ष गए थे। शुक्ला की यह उड़ान इसरो और नासा के सहयोग से एक्सिओम स्पेस द्वारा संचालित वाणिज्यिक अंतरिक्ष मिशन का हिस्सा थी।
लखनऊ के साधारण परिवार से अंतरिक्ष तक का सफर
शुक्ला का जन्म 10 अक्टूबर 1985 को लखनऊ के एक सामान्य मध्यमवर्गीय परिवार में हुआ था। उनका पारिवारिक पृष्ठभूमि न तो विज्ञान और न ही विमानन से जुड़ा था। लेकिन एक बार बचपन में देखे गए एयर शो ने उनके भीतर अंतरिक्ष की दुनिया में कदम रखने की चिंगारी जला दी, जो अब जाकर एक ऐतिहासिक उड़ान में तब्दील हो गई है।