Edited By Punjab Kesari,Updated: 21 Jan, 2018 01:35 PM
ऑफिस ऑफ प्रॉफिट मामले में अरविंद केजरीवाल के 20 विधायकों की सदस्यता पर चुनाव आयोग की तलवार लटक गई है। आयोग ने विधायकों की सदस्यता खत्म करने के लिए राष्ट्रपति से सिफारिश की है। अब सबकी नजरें रामनाथ कोविंद पर हैं जो इस मामले पर अंतिम मुहर लगाएंगे।...
नेशनल डेस्क: ऑफिस ऑफ प्रॉफिट मामले में अरविंद केजरीवाल के 20 विधायकों की सदस्यता पर चुनाव आयोग की तलवार लटक गई है। आयोग ने विधायकों की सदस्यता खत्म करने के लिए राष्ट्रपति से सिफारिश की है। अब सबकी नजरें रामनाथ कोविंद पर हैं जो इस मामले पर अंतिम मुहर लगाएंगे। वहीं राजनीति गलियारों में भी चर्चाएं तेज हो गई हैं। इसी बीच भाजपा के बागी नेता तथा बिहार से सांसद शत्रुघ्न सिन्हा ने केजरीवाल को समर्थन दिया है।
सिन्हा ने अपने ट्विटर अकाउंट पर लिखा कि 'आप' आए, 'आप' छाए, 'आप' ही 'आप' चर्चा के विषय। घर घर में, हर खबर में तो फिर किस बात की फिक्र 'आप' को? वहीं अगले ट्वीट में उन्होंने लिखा कि मैं उम्मीद और कामना करता हूं कि आप को जल्दी ही न्याय मिलेगा। 'आप' टीम और खासकर 'आप' को बहुत-बहुत बधाई, ध्यान रखें हितों की राजनीति ज्यादा दिन तक नहीं चलती। चिंता मत करें। खुश रहें, सत्यमेव जयते..जय हिंद'। सिन्हा के इस ट्वीट को अरविंद केजरीवाल ने भी री-ट्वीट किया।
बता दें कि दिल्ली सरकार ने 21 विधायकों की नियुक्ति मार्च 2015 में की, जबकि इसके लिए कानून में ज़रूरी बदलाव कर विधेयक जून 2015 में विधानसभा से पास हुआ। इस विधेयक को केंद्र सरकार से मंज़ूरी आज तक मिली ही नहीं है। विपक्षी दलों ने लाभ के पद का हवाला देकर इस मामले में केजरीवाल सरकार पर जमकर निशाना साधा। BJP और कांग्रेस केजरीवाल के इस्तीफे की मांग उठा रही है।