Edited By Seema Sharma,Updated: 26 Feb, 2021 09:49 AM
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने गुरुवार को चीन के विदेश मंत्री के साथ पूर्वी लद्दाख सीमा गतिरोध पर ‘मास्को समझौते'' के क्रियान्वयन तथा सैनिकों की वापसी की स्थिति की समीक्षा की थी। चीन और भारत के विदेश मंत्रियों ने शुक्रवार को संयुक्त बयान जारी किया और कहा...
नेशनल डेस्क: विदेश मंत्री एस जयशंकर ने गुरुवार को चीन के विदेश मंत्री के साथ पूर्वी लद्दाख सीमा गतिरोध पर ‘मास्को समझौते' के क्रियान्वयन तथा सैनिकों की वापसी की स्थिति की समीक्षा की थी। चीन और भारत के विदेश मंत्रियों ने शुक्रवार को संयुक्त बयान जारी किया और कहा कि समय-समय पर दोनों देशों में हर मुद्दों पर बात होती रहेगी। चीन और भारत ने कहा कि हर मुद्दे को आपसी सहमति से सुलझाएंगे।
गुरुवार को शांघाई सहयोग संगठन (SCO) सम्मेलन से इतर पिछले साल 10 सितंबर को मास्को में हुई बैठक में जयशंकर और वांग यी ने पांच बिन्दुओं पर सहमति व्यक्त की थी। इसमें वास्तविक नियंत्रण रेखा पर शांति बहाल करने, सैनिकों के तेजी से पीछे हटने, तनाव बढ़ाने वाले किसी कदम से बचने और सीमा प्रबंधन पर प्रोटोकाल का पालन जैसे कदम शामिल हैं। गुरुवार को जयशंकर ने ट्वीट किया कि दोपहर को चीन के स्टेट काउंसलर और विदेश मंत्री वांग यी से बात की।
बता दें कि दोनों देशों की सेनाओं ने पूर्वी लद्दाख में कई महीने तक जारी गतिरोध के बाद उत्तरी और दक्षिणी पैंगोंग क्षेत्र से अपने अपने सैनिकों एवं हथियारों को पीछे हटा लिया था। 20 फरवरी को मोल्दो/ चुशूल सीमा पर चीनी हिस्से पर चीन-भारत कोर कमांडर स्तर की बैठक का 10वां दौर आयोजित किया गया था।