Edited By Parminder Kaur,Updated: 09 Mar, 2024 04:27 PM

Tata Motors ने 10 लाख कार बनाने का माइलस्टोन हासिल कर लिया है। कंपनी ने गुजरात के साणंद प्लांट से हाल में ही 10 लाखवीं कार का प्रोडक्शन किया है। टाटा ने साल 2010 में इस प्लांट से उत्पादन को शुरू किया था। इस प्लांट में कंपनी कई कारों का उत्पादन...
ऑटो डेस्क. Tata Motors ने 10 लाख कार बनाने का माइलस्टोन हासिल कर लिया है। कंपनी ने गुजरात के साणंद प्लांट से हाल में ही 10 लाखवीं कार का प्रोडक्शन किया है। टाटा ने साल 2010 में इस प्लांट से उत्पादन को शुरू किया था। इस प्लांट में कंपनी कई कारों का उत्पादन करती है।

नया मुकाम हासिल करने के बाद टाटा मोटर्स के पैसेंजर मोबिलिटी के एमडी शैलेष चंद्रा ने बताया कि हमें साणंद प्लांट से 10 लाखवीं कार का उत्पादन करते हुए काफी गर्व महसूस हो रहा है। इस प्लांट के जरिए बाजार की जरूरत को पूरा किया गया है और यह हमारी तरक्की को भी बढ़ाने में अहम रहा है। यह उपलब्धि हमारे निर्धारित उच्च मानक और ग्राहकों के प्रति प्रतिबद्धता का प्रमाण है।

बता दें टाटा मोटर्स गुजरात के साणंद प्लांट में टियागो, टिगोर, टिगोर एएमटी, टिगोर सीएनजी, टियागो ईवी, टिगोर ईवी और एक्सप्रेस-टी ईवी का उत्पादन करती है। कंपनी का साणंद प्लांट 1100 एकड़ में बना हुआ है, जिसमें 359 एकड़ का वेंडर पार्क भी शामिल है। इस प्लांट में करीब छह हजार कर्मचारी काम करते हैं और इसमें प्रेस लाइन, वेल्ड शॉप, पेंट शॉप, असेंबली लाइन के साथ ही पावरट्रेन शॉप भी बनी हुई है। इस प्लांट से कंपनी का कुल 20 फीसदी कार प्रोडक्शन होता है।
