Edited By Seema Sharma,Updated: 28 Apr, 2023 02:39 PM
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने शंघाई सहयोग संगठन (SCO) के सदस्य देशों से जोर देकर कहा कि आतंकवाद के सभी रूपों को मिलकर जड़ से मिटाने तथा इसका समर्थन करने और इसे शह देने वालों की जवाबदेही तय किए जाने की जरूरत है।
नेशनल डेस्क: रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने शंघाई सहयोग संगठन (SCO) के सदस्य देशों से जोर देकर कहा कि आतंकवाद के सभी रूपों को मिलकर जड़ से मिटाने तथा इसका समर्थन करने और इसे शह देने वालों की जवाबदेही तय किए जाने की जरूरत है। राजनाथ सिंह ने शुक्रवार को यहां SCO सदस्य देशों के रक्षा मंत्रियों की बैठक की अध्यक्षता करते हुए जोर देकर कहा कि किसी भी तरह का आतंकवाद या किसी भी तरह के आतंकवाद को समर्थन देना मानवता के खिलाफ बड़ा अपराध है।
राजनाथ सिंह ने कहा कि आतंकवाद और शांति तथा समृद्धि एक साथ नहीं रह सकते। उन्होंने किसी देश का नाम लिए बिना कहा कि यदि कोई देश आतंकवादियों को समर्थन देता है तो वह न केवल दूसरों के लिए खतरा पैदा करता है बल्कि अपने लिए भी खतरा पैदा करता है। उन्होंने कहा कि युवाओं को कट्टरपंथी बनाना केवल सुरक्षा की दृष्टि से चिंता का विषय नहीं है बल्कि यह समाज की सामाजिक-आर्थिक प्रगति के मार्ग में भी बड़ी बाधा है।
राजनाथ सिंह ने कहा कि यदि हम एससीओ को मजबूत तथा विश्वसनीय अंतर्राष्ट्रीय संगठन बनाना चाहते हैं तो हमारी सबसे पहली प्राथमिकता आतंकवाद से प्रभावशाली ढंग से निपटने की होनी चाहिए। भारत संयुक्त राष्ट्र चाटर्र के प्रावधानों के आधार पर शांति तथा सुरक्षा बनाए रखने में विश्वास करता है। उन्होंने कहा कि सभी सदस्य देशों को अधिक से अधिक फायदे के लिए सहयोग के प्रयासों को बढाना होगा। उन्होंने कहा कि सुरक्षित, स्थिर और स्मृद्ध क्षेत्र से सभी देशों में लोगों का जीवन स्तर सुधरेगा। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का ‘सिक्योर' विजन क्षेत्र के बहु आयामी कल्याण के प्रति भारत की प्रतिबद्धता को प्रकट करता है। राजनाथ ने कहा कि भारत साझा सुरक्षा हितों को देखते हुए SCO सदस्य देशों की रक्षा क्षमता बढाने के प्रति वचनबद्ध है।