Edited By Parminder Kaur,Updated: 19 Aug, 2024 01:25 PM
भारत में सोमवार को साल 2024 का पहला ब्ल्यू सुपरमून दिखाई देगा। यह चांद 19 अगस्त की रात से 20 अगस्त की सुबह तक दिखाई देगा। "सुपरमून" शब्द खगोलशास्त्री रिचर्ड नोले ने 1979 में गढ़ा था। सामान्य चंद्रमा की तुलना में सुपरमून लगभग 30 प्रतिशत अधिक चमकीला...
नेशनल डेस्क. भारत में सोमवार को साल 2024 का पहला ब्ल्यू सुपरमून दिखाई देगा। यह चांद 19 अगस्त की रात से 20 अगस्त की सुबह तक दिखाई देगा। "सुपरमून" शब्द खगोलशास्त्री रिचर्ड नोले ने 1979 में गढ़ा था। सामान्य चंद्रमा की तुलना में सुपरमून लगभग 30 प्रतिशत अधिक चमकीला होता है और 14 प्रतिशत बड़ा दिखाई देता है। जब चंद्रमा धरती का चक्कर लगाता है, तो उसकी दूरी 357,000 से 407,000 किलोमीटर के बीच होती है। पूर्णिमा के दिन, चंद्रमा और सूर्य पृथ्वी के लगभग विपरीत दिशा में होते हैं। सुपरमून वह पूर्णिमा होती है, जब चंद्रमा धरती के सबसे करीब होता है।
यह सुपरमून एक ब्ल्यू मून भी है। हालांकि ब्ल्यू मून का रंग से कोई संबंध नहीं होता। यह दो प्रकार का होता है: मौसमी और मासिक। मौसमी ब्ल्यू मून तब होता है, जब एक मौसम में चार पूर्णिमाएं होती हैं और तीसरी पूर्णिमा को ब्ल्यू मून कहते हैं। इस बार जो ब्ल्यू मून होगा, उसे स्टरजियन मून भी कहते हैं, क्योंकि इसका नाम स्टर्जन मछली के नाम पर रखा गया है। इस साल उत्तरी गोलार्ध में ग्रीष्म संक्रांति 20 जून को थी। इसके बाद पहला पूर्णिमा 22 जून को, दूसरा 21 जुलाई को और अब तीसरा 19 अगस्त को हो रहा है।
मासिक ब्ल्यू मून तब होता है, जब एक कैलेंडर महीने में दो पूर्णिमाएं होती हैं। 2024 में अगला सुपरमून 17 सितंबर को होगा और साल का आखिरी सुपरमून 15 नवंबर को होगा।