Edited By Monika Jamwal,Updated: 17 Oct, 2020 01:54 PM
घाटी के ऐतिहासिक रघुनाथ मन्दिर के जीर्णोदार का काम जोरों पर है। झेहलम किनारे बने इस मन्दिर को फिर से उसकी शान लौटाने के लिए काम किया जा रहा है।
श्रीनगर: घाटी के ऐतिहासिक रघुनाथ मन्दिर के जीर्णोदार का काम जोरों पर है। झेहलम किनारे बने इस मन्दिर को फिर से उसकी शान लौटाने के लिए काम किया जा रहा है। करीब दो शताब्दियों पुराने इस मन्दिर को इसका पुराना स्वरूप् लौटाया जाएगा। आतंकवाद के बाद नब्बे के दशक में कश्मीरी पंडितों के घाटी छोड़ने के बाद रघुनाथ मन्दिर की हालत खस्ता हो गई थी। मन्दिर में पूजा तक नहीं होती थी।
झेहलम के घाट की सुन्दरता को फिर से जीवित करने के साथ ही सरकार नेे मन्दिर की मरम्मत के काम भी शुरू कर दिया है। मन्दिर करीब तीन दशकों से बंद पड़ा है। इस तरह के दो ही मन्दिर है-एक जम्मू में और दूसरा कश्मीर में। मन्दिर कमेटी ने बताया कि मन्दिर में भगवान राम की मुर्ति थी और कश्मीर का यह सबसे सुन्दर मन्दिर था। इस मन्दिर का काम जम्मूू कश्मीर के महाराजा गुलाब सिंह ने 1835 में शुरू करवाया था, वह इस काम को पूरा नहीं कर पाए थे और मन्दिर का निर्माण उनकी मौत के बाद पूरा हुआ। काम को पूरा उनके पुत्र महाराजा रनबीर सिंह ने 1860 में पूरा करवाया।
हांलाकि मन्दिर की दीवारों को गोल्डन रंग की टीन की शीटों से सजाया गया था पर अब पर्यटन विभाग का कहना है कि ऐसी शीटस बाजार में नहीं है और अब इसे रंग-बिरंगी शीटस से सजाया जाएगा। मन्दिर को ठीक करने में करीब 54 लाख का खर्च आएगा और इसकी मरम्मत का काम नवंबर तक पूरा हो जाएगा।