Edited By Utsav Singh,Updated: 30 Jul, 2024 03:02 PM

एक बार फिर भारत की बेटी मनु भाकर ने पूरे विश्व में देश का नाम गौरवान्वित किया है। लोग उन्हें शुभकामनाओं दे रहे है। इसी बीच एक वीडियो सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रहा है, जिसमे यह देखा जा सकता है कि बेटी मनु की जीत के बाद उनके माता-पिता देश का तिरंगा...
नेशनल डेस्क : एक बार फिर भारत की बेटी मनु भाकर ने पूरे विश्व में देश का नाम गौरवान्वित किया है। लोग उन्हें शुभकामनाओं दे रहे है। इसी बीच एक वीडियो सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रहा है, जिसमे यह देखा जा सकता है कि बेटी मनु की जीत के बाद उनके माता-पिता देश का तिरंगा लेकर खुशी मनाते हुए दिख रहे हैं। आपको बता दें कि मनु भाकर स्वतंत्रता के बाद एक ही ओलंपिक में दो पदक जीतने वाली पहली भारतीय बन गई जिन्होंने सरबजोत सिंह के साथ पेरिस ओलंपिक में 10 मीटर एयर पिस्टल मिश्रित टीम वर्ग में दक्षिण कोरिया को हराकर इतिहास रच दिया ।

कोरिया को हराकर देश को इस ओलंपिक में दूसरा पदक दिलाया
भारतीय जोड़ी ने कोरिया के ली वोन्हो और ओ ये जिन को 16 . 10 से हराकर देश को इस ओलंपिक में दूसरा पदक दिलाया । इससे पहले मनु ने महिलाओं की 10 मीटर एयर पिस्टल स्पर्धा में कांस्य जीता था । मनु को अभी 25 मीटर एयर पिस्टल स्पर्धा में भी उतरना है और उनके पास तीसरा पदक जीतने का भी मौका है। सरबजोत 10 मीटर एयर पिस्टल व्यक्तिगत वर्ग में क्वालीफिकेशन में 577 के स्कोर के साथ नौवें स्थान पर रहे थे और फाइनल में जगह नहीं बना सके थे। मनु और सरबजोत ने क्वालीफिकेशन दौर में 580 स्कोर करके कांस्य पदक के मुकाबले में जगह बनाई थी ।

जीत के बाद कहा- अपना प्रदर्शन तो अपने साथ में है...
मनु ने जीत के बाद कहा ,‘‘ मैं बहुत ही गर्व महसूस कर रही हूं । सभी को शुभकामनाओं के लिये धन्यवाद ।'' उन्होंने कहा ,‘‘ हम विरोधी टीम के प्रदर्शन पर नियंत्रण नहीं कर सकते लेकिन अपना प्रदर्शन तो अपने साथ में है । मैने और मेरे जोड़ीदार ने अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करके अंत तक जुझारूपन नहीं छोड़ा ।'' ब्रिटिश मूल के भारतीय खिलाड़ी नॉर्मन प्रिचार्ड ने 1900 ओलंपिक में 200 मीटर फर्राटा और 200 मीटर बाधा दौड़ में रजत पदक जीते थे लेकिन वह उपलब्धि आजादी से पहले की थी।

पदक जीतकर उन्होंने हर जख्म पर मरहम लगा दिया
अंबाला के निशानेबाज सरबजोत पर व्यक्तिगत वर्ग में नाकाम रहने के बाद अच्छे प्रदर्शन का काफी दबाव था । उन्होंने कहा ,‘‘ मुझे अच्छा लग रहा है । मुकाबला काफी कठिन था और काफी दबाव था ।' तोक्यो ओलंपिक में मनु पिस्टल में खराबी आने के कारण फाइनल के लिये क्वालीफाई नहीं कर सकी थी लेकिन यहां दो पदक जीतकर उन्होंने हर जख्म पर मरहम लगा दिया । भारत की शुरूआत खराब रही जब सरबजोत का पहला शॉट 8 . 6 रहा लेकिन मनु ने 10 . 2 बनाया । कोरियाई जोड़ी ने कुल 20 . 5 स्कोर करके 2 . 0 की बढत बना ली । मिश्रित टीम वर्ग में पहले 16 अंक तक पहुंचने वाली टीम विजयी रहती है । पहला सेट हारने के बाद मनु ने लगातार अच्छा प्रदर्शन करते हुए सिर्फ तीन बार 10 से कम स्कोर किया । इसके बाद से कोरियाई टीम के लिये वापसी करना मुश्किल हो गया था ।