Edited By Parveen Kumar,Updated: 30 Sep, 2025 12:48 AM

यूके की राजधानी लंदन में खालिस्तानी तत्वों ने एक बार फिर शर्मनाक करतूत को अंजाम दिया है। रविवार को टैविस्टॉक स्क्वायर स्थित महात्मा गांधी की प्रतिमा को अपशब्द लिखकर बिगाड़ दिया गया। यह घटना न केवल भारत बल्कि पूरी दुनिया के लिए चिंता का विषय बन गई है।
नेशनल डेस्क: यूके की राजधानी लंदन में खालिस्तानी तत्वों ने एक बार फिर शर्मनाक करतूत को अंजाम दिया है। रविवार को टैविस्टॉक स्क्वायर स्थित महात्मा गांधी की प्रतिमा को अपशब्द लिखकर बिगाड़ दिया गया। यह घटना न केवल भारत बल्कि पूरी दुनिया के लिए चिंता का विषय बन गई है।
गौरतलब है कि इस कांस्य प्रतिमा का अनावरण वर्ष 1968 में गांधीजी के जन्म शताब्दी वर्ष के उपलक्ष्य में किया गया था। मशहूर पोलिश मूर्तिकार फ्रेड्डा ब्रिलियंट द्वारा निर्मित यह प्रतिमा लंबे समय से लंदनवासियों और पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र रही है। लेकिन पिछले कुछ वर्षों में कनाडा, इटली और यूके समेत कई देशों में गांधी प्रतिमाओं का अपमान खालिस्तानी तत्वों द्वारा किया जा चुका है।
यह घटना ब्रिटेन में खालिस्तानी प्रभाव के बढ़ते खतरे को भी उजागर करती है। जुलाई में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की यूके यात्रा के दौरान भी भारत ने इस पर गंभीर चिंता जताई थी। उस समय द्विपक्षीय व्यापार के साथ-साथ खालिस्तानी गतिविधियों और यूके स्थित भगोड़ों को न्याय के कटघरे में लाने पर भी चर्चा हुई थी।
भारत ने साफ कहा है कि यूके समेत अन्य देशों में खालिस्तानी समर्थकों की मौजूदगी सामाजिक एकता को कमजोर करती है। लंदन में गांधी प्रतिमा से जुड़ी यह शर्मनाक घटना अब दोनों देशों के संबंधों पर भी सवाल खड़े कर रही है।