Edited By Rohini Oberoi,Updated: 06 Dec, 2025 10:35 AM

सूडान (Sudan) में सेना और अर्धसैनिक बल (Paramilitary) रैपिड सपोर्ट फोर्सेज़ - आरएसएफ (RSF) के बीच 15 अप्रैल 2023 को शुरू हुआ भीषण युद्ध थमने का नाम नहीं ले रहा है। हालांकि आरएसएफ ने पिछले महीने 3 महीने के एकतरफा मानवीय युद्धविराम (Unilateral...
इंटरनेशनल डेस्क। सूडान (Sudan) में सेना और अर्धसैनिक बल (Paramilitary) रैपिड सपोर्ट फोर्सेज़ - आरएसएफ (RSF) के बीच 15 अप्रैल 2023 को शुरू हुआ भीषण युद्ध थमने का नाम नहीं ले रहा है। हालांकि आरएसएफ ने पिछले महीने 3 महीने के एकतरफा मानवीय युद्धविराम (Unilateral Humanitarian Ceasefire) का ऐलान किया था लेकिन इस वादे को तोड़ते हुए एक बार फिर भीषण हमले को अंजाम दिया गया है। जिसमें 79 लोगों ने अपनी जान गंवा दी है।
नागरिक ठिकानों पर भयानक ड्रोन हमला
गुरुवार को आरएसएफ की मदद से सूडान पीपुल्स लिबरेशन मूवमेंट-नॉर्थ - एसपीएलएम-एन (SPLM-N) ने दक्षिण कोर्डोफन (South Kordofan) में ड्रोन अटैक (Drone Attack) करते हुए स्कूल, अस्पताल समेत कई नागरिक इलाकों पर मिसाइलें गिराईं। आरएसएफ की मदद से हुए इस नृशंस हमले में कुल 79 लोगों की मौत हो गई। मृतकों में 43 बच्चे भी शामिल थे जिनकी जान स्कूल पर हुए हमले में गई। इस हमले में 38 लोग घायल हुए हैं जिनमें 11 बच्चे और 6 महिलाएं शामिल हैं। घायलों को तुरंत नज़दीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
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सूडान में युद्ध से भारी तबाही
सेना और पैरामिलिट्री (आरएसएफ) के बीच चल रहे इस युद्ध ने सूडान में भारी तबाही (Massive Destruction) मचाई है जिसकी कीमत निर्दोष नागरिक चुका रहे हैं। दो साल से भी ज़्यादा समय से चल रहे इस युद्ध की वजह से अब तक हज़ारों लोग अपनी जान गंवा चुके हैं और उससे भी ज़्यादा लोग घायल हुए हैं। लाखों लोगों को अपना घर खोना पड़ा है। साथ ही करोड़ों लोग इस जंग की वजह से पैदा हुए हालातों के कारण खाने के गंभीर संकट (Food Crisis) का सामना कर रहे हैं। यह ताज़ा हमला अंतर्राष्ट्रीय समुदाय द्वारा युद्धविराम के आह्वान के बावजूद संघर्षरत गुटों की क्रूरता और गैर-ज़िम्मेदारी को दर्शाता है।