Edited By Radhika,Updated: 18 Feb, 2025 03:22 PM
दिल्ली के नए मुख्यमंत्री के शपथ ग्रहण का समय बदल गया है. पहले यह कार्यक्रम 20 फरवरी को शाम 4:30 बजे होने वाला था, लेकिन अब यह सुबह 11 बजे होगा. तारीख वही रहेगी यानी 20 फरवरी को ही शपथ ग्रहण होगा, बस समय में बदलाव किया गया है.
नेशनल डेस्क: दिल्ली के नए मुख्यमंत्री के शपथ ग्रहण का समय बदल गया है। पहले यह कार्यक्रम 20 फरवरी को शाम 4:30 बजे होने वाला था, लेकिन अब यह सुबह 11 बजे होगा। तारीख वही रहेगी यानी 20 फरवरी को ही शपथ ग्रहण होगा, बस समय में बदलाव किया गया है।
शपथ ग्रहण समारोह की तैयारियां जोरों पर-
दिल्ली के नए मुख्यमंत्री के शपथ ग्रहण समारोह की तैयारियां तेजी से चल रही हैं। रामलीला मैदान को आयोजन स्थल के रूप में तय किया गया है। हालांकि, अब तक मुख्यमंत्री के नाम पर फैसला नहीं हो पाया है। उम्मीद है कि 19 फरवरी को होने वाली विधायक दल की बैठक में सीएम का नाम घोषित किया जा सकता है।

रामलीला मैदान की ओर जाने वाले रास्ते बंद होंगे-
रामलीला मैदान की तरफ जाने वाले सभी रास्ते 19 फरवरी रात से बंद हो जाएंगे। सिर्फ वीवीआईपी गाड़ियों को ही प्रवेश मिलेगा। इस समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और 50 से ज्यादा हाई सिक्योरिटी वाले नेता शामिल होंगे। इसके अलावा, 20 राज्यों के मुख्यमंत्री और केंद्रीय मंत्रियों सहित एनडीए के नेताओं को भी आमंत्रित किया गया है।
शपथ ग्रहण में मौजूद रहेंगे 50 फिल्मी सितारे-
रामलीला मैदान में शपथ ग्रहण समारोह से पहले एक शानदार कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। इसमें प्रसिद्ध गायक कैलाश खैर की प्रस्तुति होगी। फिल्मी सितारे जैसे अक्षय कुमार, विवेक ओबेरॉय, हेमा मालिनी और कैलाश खैर सहित 50 से ज्यादा फिल्मी सितारे समारोह में शामिल होंगे।

उद्योगपतियों और धार्मिक नेताओं की उपस्थिति-
रामलीला मैदान में मुंबई के बड़े उद्योगपति जैसे मुकेश अंबानी, गौतम अडानी और अन्य दर्जनभर उद्योगपति भी उपस्थित रहेंगे। साथ ही, बाबा रामदेव, स्वामी चिदानंद और बाबा बागेश्वर धीरेन्द्र शास्त्री जैसे प्रमुख धार्मिक नेता भी शपथ ग्रहण समारोह में बुलाए गए हैं।

30 हजार अतिथियों को न्योता-
इस समारोह में दिल्ली विधानसभा चुनावों में भाजपा के लिए काम करने वाले दूसरे राज्यों के भाजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं को भी आमंत्रित किया जाएगा। लाडली बहनों और किसानों को भी बुलाया जाएगा। कुल मिलाकर करीब 30 हजार अतिथियों को न्योता दिया गया है। एनडीए के घटक दलों के नेताओं को भी आमंत्रित किया जाएगा।