Edited By Mansa Devi,Updated: 24 May, 2025 04:13 PM
तमिलनाडु के उपमुख्यमंत्री उदयनिधि स्टालिन ने शनिवार को कहा कि द्रमुक प्रवर्तन निदेशालय या प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के छापों से नहीं डरती और पार्टी कानूनी तौर पर मामलों का सामना करेगी। द्रविड़ मुनेत्र कषगम (द्रमुक) युवा शाखा के सचिव उदयनिधि ने कहा...
नेशनल डेस्क: तमिलनाडु के उपमुख्यमंत्री उदयनिधि स्टालिन ने शनिवार को कहा कि द्रमुक प्रवर्तन निदेशालय या प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के छापों से नहीं डरती और पार्टी कानूनी तौर पर मामलों का सामना करेगी। द्रविड़ मुनेत्र कषगम (द्रमुक) युवा शाखा के सचिव उदयनिधि ने कहा कि द्रमुक सरकार राज्य के अधिकारों के लिए अपनी आवाज उठाती रहेगी और किसी भी 'धमकी' से नहीं डरेगी। उदयनिधि ने यहां संवाददाताओं से कहा, "हम ईडी या मोदी से नहीं डरते। कलैगनार (उनके दादा और पूर्व मुख्यमंत्री एम करुणानिधि) द्वारा पोषित द्रमुक एक स्वाभिमानी पार्टी है जो पेरियार (तर्कवादी नेता ई वी रामासामी) के सिद्धांतों से दृढ़ता से जुड़ी हुई है।"
वह विपक्षी अन्नाद्रमुक द्वारा मुख्यमंत्री एम के स्टालिन पर लगाए गए आरोप से संबंधित सवाल का जवाब दे रहे थे, जिसमें आरोप लगाया गया था कि मुख्यमंत्री सरकारी उपक्रम टीएएसएमएसी के कार्यालयों पर ईडी की छापेमारी के मद्देनजर नीति आयोग की बैठक में भाग लेने के लिए राष्ट्रीय राजधानी गए हैं। उदयनिधि ने जवाब दिया कि मुख्यमंत्री तमिलनाडु के लिए धन प्राप्त करने हेतु बैठक में भाग लेने गए हैं। सरकारी कार्यक्रमों की समीक्षा करने यहां आए उपमुख्यमंत्री ने कहा, "उन्होंने (केंद्र की भाजपा सरकार ने) हमें पहले भी डराने की कोशिश की थी, लेकिन हमने झुकने से इनकार कर दिया। हमारी पार्टी गुलामी की मानसिकता वाली पार्टी नहीं है। हम कानूनी तौर पर मामलों का सामना करेंगे।" बाद में उन्होंने 1,195 लाभार्थियों को 40.54 करोड़ रुपये की कल्याणकारी सहायता दी, जिसमें 125 आदिवासियों को मुफ्त आवास पट्टे का वितरण भी शामिल है।