Edited By Pardeep,Updated: 17 Jun, 2025 10:06 PM

जैसे-जैसे ईरान और इजराइल के बीच युद्ध तेज़ हो रहा है दोनों देशों की स्थिति और गंभीर होती जा रही है। इन सबके अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने 17 जून को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्रुथ सोशल (Truth Social) पर एक चौंकाने वाला बयान दिया।
इंटरनेशनल डेस्कः जैसे-जैसे ईरान और इजराइल के बीच युद्ध तेज़ हो रहा है दोनों देशों की स्थिति और गंभीर होती जा रही है। इन सबके अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने 17 जून को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्रुथ सोशल (Truth Social) पर एक चौंकाने वाला बयान दिया।

ट्रंप ने अपने पोस्ट में लिखा: "अब हमारे पास ईरान के आसमान पर पूरी तरह और पूरी तरह नियंत्रण है। ईरान के पास अच्छे स्काई ट्रैकर्स और अन्य सुरक्षा उपकरण थे, और वो बड़ी मात्रा में थे, लेकिन वे अमेरिका में बने सामान की बराबरी नहीं कर सकते। अमेरिका जैसा कोई नहीं कर सकता – हम सबसे बेहतर हैं!"
क्या है ट्रंप के बयान का मतलब?
ट्रंप का यह बयान संकेत देता है कि अमेरिका की सेना फिलहाल ईरान के ऊपर हवाई क्षेत्र में हावी है। इसका मतलब यह हो सकता है कि अमेरिकी लड़ाकू विमान और ड्रोन अब ईरानी सीमा में बिना किसी गंभीर खतरे के उड़ान भर सकते हैं।
क्या अमेरिका युद्ध में शामिल हो चुका है?
हालांकि अमेरिकी सरकार ने आधिकारिक रूप से ईरान-इज़राइल युद्ध में भाग लेने की घोषणा नहीं की है, लेकिन ट्रंप का यह बयान और अमेरिका की सैन्य गतिविधियां — जैसे कि अतिरिक्त सैनिकों की तैनाती और सैटेलाइट से निगरानी — ये संकेत देती हैं कि अमेरिका इस संघर्ष में सक्रिय भूमिका निभा रहा है।
क्या इसका असर भारत और दुनिया पर पड़ेगा?
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तेल की कीमतें: अमेरिका-ईरान तनाव का असर वैश्विक तेल बाजारों पर पड़ सकता है। भारत जैसे देश, जो ईरान से तेल आयात करते थे, उनके लिए चिंता की बात है।
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सुरक्षा और कूटनीति: यह तनाव भारत की पश्चिम एशिया नीति को प्रभावित कर सकता है।
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भारतीय नागरिकों की सुरक्षा: ईरान, इराक और आसपास के देशों में काम कर रहे हजारों भारतीयों की सुरक्षा भी एक बड़ा मुद्दा बन गया है।