Edited By Harman Kaur,Updated: 18 Jun, 2025 01:55 PM

देशभर में निजी वाहन चालकों के लिए टोल टैक्स चुकाने का तरीका अब पूरी तरह बदलने जा रहा है। केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने टोल प्रणाली को लेकर एक महत्वपूर्ण घोषणा की है। 15 अगस्त 2025 से पूरे भारत में FASTag आधारित एनुअल पास...
नेशनल डेस्क: देशभर में निजी वाहन चालकों के लिए टोल टैक्स चुकाने का तरीका अब पूरी तरह बदलने जा रहा है। केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने टोल प्रणाली को लेकर एक महत्वपूर्ण घोषणा की है। 15 अगस्त 2025 से पूरे भारत में FASTag आधारित एनुअल पास प्रणाली लागू की जाएगी, जिसके तहत अब बार-बार FASTag रिचार्ज करने की जरूरत नहीं होगी। यह पास ₹3000 में उपलब्ध होगा और इसकी वैधता एक वर्ष या 200 टोल यात्राएं (जो पहले पूरी हो) तक होगी। जानिए ये यात्राएं कैसे गिनी जाएंगी...
कैसे गिनी जाएंगी यात्राएं?
लोगों के मन में सवाल है कि 200 यात्राएं कैसे कैलकुलेट होंगी। इसके बारे में सरकार की ओर से स्पष्ट किया गया है कि यात्रा केवल तभी गिनी जाएगी, जब वाहन किसी टोल प्लाजा से गुजरेगा। यानी यदि आप दिन में कई बार वाहन चलाते हैं, लेकिन टोल प्लाजा पार नहीं करते, तो उन यात्राओं की गिनती नहीं होगी। हर टोल प्लाज़ा पार करना एक यात्रा के रूप में दर्ज किया जाएगा।

पास रिन्यू और एक्टिवेशन की प्रक्रिया
सरकार ने जानकारी दी है कि इस एनुअल पास को राजमार्ग यात्रा ऐप और NHAI या सड़क परिवहन मंत्रालय की आधिकारिक वेबसाइटों पर डेडीकेटेड लिंक के माध्यम से एक्टिवेट और रिन्यू किया जा सकेगा।
क्या होगा जब लिमिट पूरी हो जाएगी?
जैसे ही 200 यात्राएं पूरी होंगी या एक साल का समय बीत जाएगा- जो पहले होगा-उसके बाद यह पास स्वचालित रूप से निष्क्रिय हो जाएगा। इसे दोबारा रिचार्ज या नवीनीकरण कर उपयोग में लाया जा सकेगा। यह कदम देशभर के उन करोड़ों वाहन चालकों को राहत देगा जो रोजाना या बार-बार टोल प्लाजा पार करते हैं। इससे टोल पर भीड़ कम होगी, प्रतीक्षा समय घटेगा और भुगतान प्रक्रिया अधिक डिजिटल और पारदर्शी बनेगी।