Edited By Hitesh,Updated: 14 Jan, 2022 01:33 PM
भारत में ओमिक्रोन के मामले साढ़े पांच हजार से भी ज्यादा हो गए हैं। अब लोगों में इस वेरिएंट को लेकर चिंता बढ़ गई है, क्योंकि अब तो इसने बच्चों को भी अपनी चपेट में लेना शुरू कर दिया है। एम्स के डाक्टरों का कहना है कि अनवैक्सीनेटेड बच्चों को यह वायरस...
नेशनल डेस्क: भारत में ओमिक्रोन के मामले साढ़े पांच हजार से भी ज्यादा हो गए हैं। अब लोगों में इस वेरिएंट को लेकर चिंता बढ़ गई है, क्योंकि अब तो इसने बच्चों को भी अपनी चपेट में लेना शुरू कर दिया है। एम्स के डाक्टरों का कहना है कि अनवैक्सीनेटेड बच्चों को यह वायरस तेजी से संक्रमित कर रहा है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बच्चों पर ओमिक्रोन के प्रभाव को देखते हुए अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान के सहयोग से एक वेबिनार सत्र आयोजित किया गया था जिसमें एम्स के डाक्टरों ने हिस्सा लिया। इसमें बताया गया कि बच्चों का गला और ऊपरी श्वसन तंत्र वयस्कों की तुलना में काफी छोटा होता है। ओमिक्रोन इसी हिस्से को सबसे पहले अपनी चपेट में ले रहा है। जिन बच्चों की इम्यूनिटी कम होती है वे जल्दी इसकी चपेट में आ रहे हैं।