Edited By Parveen Kumar,Updated: 20 May, 2023 08:01 PM
कांग्रेस नेता और उत्तराखंड विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता यशपाल आर्य ने केन्द्र सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि एक बार फिर नोटबंदी करने से सिद्ध हो गया है कि मोदी सरकार अपनी नीतियों को लेकर स्पष्ट नहीं है और उनकी सरकार दिग्भ्रमित है।
नेशनल डेस्क: कांग्रेस नेता और उत्तराखंड विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता यशपाल आर्य ने केन्द्र सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि एक बार फिर नोटबंदी करने से सिद्ध हो गया है कि मोदी सरकार अपनी नीतियों को लेकर स्पष्ट नहीं है और उनकी सरकार दिग्भ्रमित है। आर्य ने कहा कि जनता जानना चाहती है कि सरकार वर्ष 2016 में क्यों 2000 रुपए के नोट लेकर आई और अब क्यों उन्हें प्रचलन से हटा रही है। जारी एक बयान में श्री आर्य ने आरोप लगाया कि नोट बंदी के दौरान प्रधानमंत्री मोदी की ओर से किये गए सभी दावे खोखले साबित हुए हैं।
प्रधानमंत्री ने 500 और 1000 रुपये के नोटों को प्रचलन से बाहर करते समय दावा किया था कि नोटबंदी से काला धन और आतंकवाद पर रोक लग सकेगी लेकिन ऐसा नहीं हुआ है। आंकड़े इसके गवाह हैं। इन सालों में काला धन बढ़ा है और आतंकवाद पर रोक नहीं लग सकी है। उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार ने नोटबंदी के समय एक और दावा किया था कि देश में बड़ी मात्रा में काला धन छिपा है।
पांच सौ और 1000 के नोट बंद करने से देश में छिपा काला धन समाप्त हो जाएगा लेकिन भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) की रिपोटर् से साफ है कि देश में उस समय प्रचलन में रही लगभग सारी करेंसी वापस आ गयी। उन्होंने सवाल किया कि तब 500 और 1000 के नोट बंद कर दो हज़ार के नोट को बाजार में क्यों लाया गया और छह पूरा पैसा बाजार से वापस आ गया था तो केन्द्र सरकार बताये कि नोटबंदी का क्या फ़ायदा हुआ है।
उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार जनता का ध्यान भटकाने के लिए तरह-तरह के प्रपंच करती है। कांग्रेस पाटर्ी ने तब भी नोटबं का विरोध किया था और इसे मोदी सरकार का तुगलकी फैसला बताया था। समय के साथ कांग्रेस की आशंका सच साबित हुई।