Edited By Seema Sharma,Updated: 30 Apr, 2020 09:01 AM
कोरोना संकट के बीच भारत ने बिना देर किए वायरस की मार झेल रहे अमेरिका की मदद की थी। भारत के दवा भेजने पर अमेरिका ने भी पीएम नरेंद्र मोदी की काफी तारीफ की थी और कहा था कि वह इस मदद को कभी बूल नहीं पाएगा। वहीं अब कुछ दिन बाद ही व्हाइट हाउस के ट्विटर...
नेशनल डेस्कः कोरोना संकट के बीच भारत ने बिना देर किए वायरस की मार झेल रहे अमेरिका की मदद की थी। भारत के दवा भेजने पर अमेरिका ने भी पीएम नरेंद्र मोदी की काफी तारीफ की थी और कहा था कि वह इस मदद को कभी बूल नहीं पाएगा। वहीं अब कुछ दिन बाद ही व्हाइट हाउस के ट्विटर हैंडल से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद समेत अन्य भारतीय ट्विटर हैंडल को अनफॉलो कर दिया गया, जिसपर भारत में सवाल उठने लगे हैं कि आखिर अमेरिका ने ऐसा क्यों किया। वहीं इस पूरे विवाद पर व्हाइट हाउस ने जवाब दिया है।
व्हाइट हाउस ने कहा कि जब भी अमेरिकी राष्ट्रपति किसी देश की यात्रा पर जाते हैं, उस वक्त व्हाइट हाउस की ओर से उन देशों के आधिकारिक ट्विटर अकाउंट को फॉलो किया जाता है। फरवरी के आखिरी वक्त में जब डोनाल्ड ट्रंप भारत आए थे, तभी व्हाइट हाउस ने पीएम नरेंद्र मोदी समेत अन्य ट्विटर हैंडल को फॉलो किया था। एक अधिकारी के मुताबिक, व्हाइट हाउस सिर्फ अमेरिकी सरकार से जुड़े ट्विटर हैंडल को फॉलो करता है लेकिन राष्ट्रपति की किसी देश में विजिट के दौरान उस देश के प्रमुख को फॉलो किया जाता है, ताकि संदेश लगातार रिट्वीट हो सकें। व्हाइट हाउस ने कहा कि यह एक रूटीन प्रोसेस है।
बता दें कि फरवरी में व्हाइट हाउस ने पीएम मोदी, राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, प्रधानमंत्री कार्यालय, भारतीय दूतावास, भारत में अमेरिकी दूतावास जैसे ट्विटर हैंडल को फॉलो किया गया था। ये सब व्हाइट हाउस के द्वारा फॉलो किए जाने वाले इकलौते विदेशी ट्विटर हैंडल थे। बुधवार को व्हाइट हाउस ने इन सभी को अनफॉलो कर दिया। इसके बाद भारत में बहस छिड़ गई। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी ट्वीट कर तंज कसा और विदेश मंत्रालय से इस मामले को अमेरिका के सामने उठाने को कहा। बता दें कि ट्रंप फरवरी में जब भारत आधिकारिक दौरे पर आए तो उनका अहमदाबाद, आगरा और नई दिल्ली में कापी शानदार स्वागत किया गया था।