Edited By rajesh kumar,Updated: 22 May, 2024 08:45 PM
![wife sunita kejriwal is not interested in politics arvind kejriwal](https://img.punjabkesari.in/multimedia/914/0/0X0/0/static.punjabkesari.in/2024_5image_20_45_207710469kejriw-ll.jpg)
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बुधवार को स्पष्ट किया कि भविष्य में उनकी पत्नी के चुनाव लड़ने की संभावना नहीं है, क्योंकि उनकी (सुनीता की) सक्रिय राजनीति में कोई रुचि नहीं है।
नेशनल डेस्क: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बुधवार को स्पष्ट किया कि भविष्य में उनकी पत्नी के चुनाव लड़ने की संभावना नहीं है, क्योंकि उनकी (सुनीता की) सक्रिय राजनीति में कोई रुचि नहीं है। हालांकि वह उनकी गिरफ्तारी के बाद आक्रामक तौर पर सामने आयी थीं। अरविंद केजरीवाल ने ‘पीटीआई -भाषा' के साथ साक्षात्कार के दौरान विभिन्न विषयों पर विस्तार से अपनी बातें रखी जिनमें जेल के दौरान ''अपमान '', उनपर लगाये गये आरोप, इस दौरान परिवार की मनोदशा, 2024 लोकसभा चुनाव में विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया' की संभावनाएं आदि शामिल हैं।
'सुनीता जैसी जीवनसंगिनी पाने वाला एक सौभाग्यशाली व्यक्ति हूं'
उन्होंने कहा, ‘‘मेरे जीवन के हर कदम पर सुनीता ने मेरा साथ दिया है। मैं उसके जैसी जीवनसंगिनी पाने वाला एक सौभाग्यशाली व्यक्ति हूं। मुझ जैसे सनकी इंसान को बर्दाश्त करना आसान नहीं है।'' उन्होंने याद किया कि दिल्ली की झुग्गी बस्तियों में काम करने के लिए 2000 में मैंने आयकर आयुक्त की नौकरी में छुट्टी ली और फिर सामाजिक कार्य पर पूरा वक्त देने के लिए इस्तीफा दे दिया। अरविंद केजरीवाल ने कहा, ‘‘उस समय मुझे इस बात का कोई अंदाज़ा नहीं था कि मैं मुख्यमंत्री बनूंगा या कोई पार्टी बनाऊंगा या चुनाव लड़ूंगा। मैं बस प्रोत्साहित था और मैंने 10 साल तक काम किया। तब भी उन्होंने मेरा साथ दिया। सोचिए कि तब उन पर क्या गुजरी होगी।''
गिरफ्तारी के बाद सुनीता ने राजनीतिक कमान संभाली
अरविंद केजरीवाल को दिल्ली सरकार की (अब रद्द की जा चुकी)आबकारी नीति में कथित अनियमितताएं एवं धनशोधन के मामले के सिलसिले में 21 मार्च को गिरफ्तार किया गया था। उन्हें वर्तमान लोकसभा चुनाव में अपनी आम आदमी पार्टी के पक्ष में प्रचार करने के वास्ते 10 मई को अंतरिम जमानत पर रिहा किया गया। अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी के शीघ्र बाद उनकी पत्नी एवं पूर्व आयकर अधिकारी सुनीता केजरीवाल पार्टी की राजनीतिक कमान संभाल ली। उन्होंने जेल से भेजा गया अरविंद केजरीवाल का संदेश पढ़कर सुनाया , रोडशो किया एवं विपक्ष की रैलियों में भाषण दिया।
उन्हें सक्रिय राजनीति में कोई रुचि नहीं
जब अरविंद केजरीवाल से पूछा गया कि क्या वह अपनी राजनीतिक भूमिका जारी रखेंगी तब उन्होंने जवाब दिया, ‘‘जब मुझे गिरफ्तार किया गया तब वह मेरे एवं दिल्ली के लोगों के बीच सेतु थीं। लेकिन यह अस्थायी चरण था। उन्हें सक्रिय राजनीति में कोई रुचि नहीं है। भविष्य में भी ऐसा कुछ नहीं है कि वह चुनाव लड़ेंगी।'' जब अरविंद केजरीवाल से पूछा गया कि जब वह जेल लौट जायेंगे तब क्या सुनीता केजरीवाल अपना काम जारी रखेंगी तो उन्होंने जवाब दिया, ‘‘ हम अदालत पहुंचकर उससे जेल में सुविधाएं प्रदान करने का अनुरोध करेंगे, ताकि मैं दिल्ली के मुख्यमंत्री के रूप में अपना काम जारी रख सकूं।'' अरविंद केजरीवाल ने अपनी पत्नी को बहादुर एवं सशक्त महिला बताया और कहा कि उनके दोनों बच्चे भी मजबूत एवं बहादुर बन रहे हैं।