Edited By Harman Kaur,Updated: 05 Aug, 2025 03:56 PM

बल्गारिया की प्रसिद्ध रहस्यवादी बाबा वेंगा एक बार फिर चर्चा में हैं। दावा किया जा रहा है कि उन्होंने अगस्त 2025 के लिए एक रहस्यमयी और भयावह भविष्यवाणी की थी, जिसमें “स्वर्ग और पृथ्वी से उठने वाली दोहरी आग” यानी 'डबल फायर' की चेतावनी दी गई है।
नेशनल डेस्क: बल्गारिया की प्रसिद्ध रहस्यवादी बाबा वेंगा एक बार फिर चर्चा में हैं। दावा किया जा रहा है कि उन्होंने अगस्त 2025 के लिए एक रहस्यमयी और भयावह भविष्यवाणी की थी, जिसमें “स्वर्ग और पृथ्वी से उठने वाली दोहरी आग” यानी 'डबल फायर' की चेतावनी दी गई है।
‘बाल्कन की नास्त्रेदमस’ कही जाने वाली बाबा वेंगा की भविष्यवाणियां अक्सर अस्पष्ट होती हैं, जिन्हें समझना आसान नहीं होता। लेकिन उनके अनुयायियों का मानना है कि अगर इन संकेतों को समय रहते समझ लिया जाए, तो बड़ी आपदाओं से बचा जा सकता है।
क्या है 'डबल फायर' का मतलब?
बाबा वेंगा की इस भविष्यवाणी का अर्थ निकालना विशेषज्ञों के लिए चुनौती बना हुआ है। कुछ का कहना है कि यह जंगलों में फैलने वाली भीषण आग की चेतावनी हो सकती है, तो कुछ इसे ज्वालामुखी विस्फोट या उल्कापिंड के गिरने जैसी दोहरी आपदा का संकेत मान रहे हैं। हाल ही में रूस में एक 600 साल पुराना ज्वालामुखी फटा है, जिसने इन कयासों को और बल दिया है।
'ऐसा ज्ञान जिसे मानवता नहीं चाहती थी'
बाबा वेंगा ने अगस्त को लेकर एक और भविष्यवाणी की थी कि “मानवता उस ज्ञान के करीब पहुंचेगी, जिसे वह नहीं पाना चाहती थी।” इसका संबंध AI, बायोटेक्नोलॉजी या डीपफेक जैसे खतरनाक वैज्ञानिक विकास से जोड़ा जा रहा है। कई विशेषज्ञों का मानना है कि तकनीक का यह अनियंत्रित विकास भविष्य में मानवता के लिए गंभीर खतरा बन सकता है।
'संयुक्त हाथ दो टुकड़ों में बंट जाएगा'
वेंगा की तीसरी भविष्यवाणी को लेकर भी चर्चाएं गर्म हैं। “संयुक्त हाथ दो टुकड़ों में बंट जाएगा…” — इसे NATO, यूरोपीय संघ या वैश्विक गठबंधनों में टूट के संकेत के रूप में देखा जा रहा है। रूस-यूक्रेन युद्ध, भू-राजनीतिक तनाव और वैचारिक मतभेदों को देखते हुए यह भविष्यवाणी आने वाले समय में गंभीर राजनीतिक उथल-पुथल का कारण बन सकती है।
वेंगा की भविष्यवाणियों का असर
बल्गारियाई अखबार 'Made in Vilnius' में प्रकाशित रिपोर्ट के मुताबिक, ये भविष्यवाणियां अगस्त 2025 से जुड़ी हैं और इन्हें आगामी वैश्विक संकट से जोड़कर देखा जा रहा है। हालांकि इनमें से कोई भी भविष्यवाणी स्पष्ट नहीं है, लेकिन इन पर बहस और चिंतन दुनिया भर में शुरू हो चुका है।