Edited By Rohini Oberoi,Updated: 21 Dec, 2025 01:02 PM

आपने अक्सर मॉल, शॉपिंग सेंटर या फोन कॉल पर क्रेडिट कार्ड बेचने वालों की लंबी कतार देखी होगी। बैंक आपको फ्री रिवॉर्ड्स कैशबैक और 45 दिनों के ब्याज मुक्त समय का लालच देते हैं लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि जिस कार्ड से आप पैसे उधार लेते हैं उससे बैंक...
Credit Card: आपने अक्सर मॉल, शॉपिंग सेंटर या फोन कॉल पर क्रेडिट कार्ड बेचने वालों की लंबी कतार देखी होगी। बैंक आपको फ्री रिवॉर्ड्स कैशबैक और 45 दिनों के ब्याज मुक्त समय का लालच देते हैं लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि जिस कार्ड से आप पैसे उधार लेते हैं उससे बैंक को क्या फायदा होता है? भारत में जनवरी 2025 तक एक्टिव क्रेडिट कार्डों की संख्या 11 करोड़ को पार कर चुकी है। आइए समझते हैं कि क्रेडिट कार्ड बैंकों के लिए सोने का अंडा देने वाली मुर्गी कैसे बन गया है।
बैंक की कमाई के 5 गुप्त रास्ते
बैंक केवल आपसे सालाना फीस ही नहीं लेते बल्कि उनके पास कमाई के कई और जरिए होते हैं:

1. भारी ब्याज दर (High Interest Rates)
क्रेडिट कार्ड का सबसे बड़ा फंदा ब्याज है। यदि आप समय पर पूरा बिल नहीं चुकाते हैं तो बैंक बकाया राशि पर 15% से 40% तक सालाना ब्याज वसूलते हैं। यह किसी भी पर्सनल लोन के मुकाबले बहुत ज्यादा है।
2. इंटरचेंज Fees
जब आप किसी दुकान या ऑनलाइन मर्चेंट को क्रेडिट कार्ड से पेमेंट करते हैं तो बैंक उस दुकानदार से ट्रांजैक्शन का 1% से 3% कमीशन लेता है। इसे 'इंटरचेंज फीस' कहते हैं। आप जितना ज्यादा खर्च करेंगे बैंक उतना ज्यादा कमीशन कमाएगा।
यह भी पढ़ें: Diabetes Alert : खानदान में थी किसी को शुगर की बीमारी, तो जेनेटिक बम फटने से पहले ही हो जाएं सतर्क! वरना ये लापरवाही...
3. Cash Advance Fees
क्रेडिट कार्ड से एटीएम (ATM) के जरिए पैसे निकालना सबसे महंगा सौदा है। इस पर 2.5% से 5% तक की तुरंत फीस लगती है और इस पर कोई 'ग्रेस पीरियड' नहीं मिलता। यानी जिस दिन आपने पैसा निकाला उसी दिन से भारी ब्याज लगना शुरू हो जाता है।

4. लेट पेमेंट और अन्य पेनल्टी
बिल भरने में एक दिन की भी देरी हुई तो बैंक लेट पेमेंट फीस वसूलता है। इसके अलावा एनुअल रिन्यूअल फीस, ईएमआई कन्वर्जन फीस और बैलेंस ट्रांसफर फीस भी बैंक की जेब भरती हैं।
5. रिवॉर्ड्स का मनोविज्ञान
कैशबैक और रिवॉर्ड पॉइंट्स आपको बार-बार कार्ड स्वाइप करने के लिए प्रोत्साहित करते हैं। इससे बैंक का 'कंज्यूमर स्पेंडिंग' बढ़ता है जिससे उनकी फीस और कमीशन की इनकम बढ़ती जाती है।
यह भी पढ़ें: Dogs Barking: आखिर कुछ लोगों को देखते ही क्यों भौंकने लगते हैं कुत्ते? जानें इसके पीछे का कारण
भारतीय बाजार में बढ़ता क्रेज
आंकड़ों के मुताबिक जनवरी 2025 में भारतीयों ने क्रेडिट कार्ड के जरिए 1.84 ट्रिलियन रुपये (1.84 लाख करोड़ रुपये) खर्च किए। लोग अब क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल केवल उधारी के लिए नहीं बल्कि अपना क्रेडिट स्कोर (CIBIL) बनाने के लिए भी कर रहे हैं। अच्छा क्रेडिट स्कोर भविष्य में होम लोन या कार लोन लेने में मदद करता है।

सावधानी: RBI के सख्त नियम
क्रेडिट कार्ड के बढ़ते जाल और कर्ज के बोझ को देखते हुए भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) अब नियमों को और सख्त कर रहा है। बैंकों को अब ग्राहकों को चार्ज के बारे में पूरी पारदर्शिता बरतने के निर्देश दिए गए हैं।
स्मार्ट टिप: क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल तभी फायदेमंद है जब आप हर महीने अपना बिल 100% फुल पेमेंट करें। केवल 'मिनिमम अमाउंट' (Minimum Amount Due) भरने की गलती कभी न करें क्योंकि यह आपको कर्ज के कभी न खत्म होने वाले चक्र में फंसा सकता है।