Edited By Shubham Anand,Updated: 06 Dec, 2025 08:06 PM

धूम्रपान से फेफड़ों पर सबसे अधिक नुकसान होता है, जिससे सांस लेने में दिक्कत, सूजन और म्यूकस बढ़ने जैसी समस्याएं पैदा होती हैं। विशेषज्ञों के अनुसार, स्मोकिंग छोड़ने के बाद फेफड़ों की सफाई में गन्ने का रस सहायक बन सकता है। इसमें मौजूद एंटीऑक्सिडेंट...
नेशनल डेस्क : देश में बढ़ते धूम्रपान के मामलों के बीच इससे होने वाले नुकसान को लेकर विशेषज्ञ लगातार चेतावनी देते रहे हैं। धूम्रपान न सिर्फ कैंसर जैसी गंभीर बीमारी का प्रमुख कारण है, बल्कि यह फेफड़ों, दिल, त्वचा और इम्यून सिस्टम को भी तेजी से नुकसान पहुंचाता है। लंबे समय तक सिगरेट पीने से फेफड़े सबसे ज़्यादा प्रभावित होते हैं, जिससे सांस लेने में दिक्कत, लगातार खांसी और फेफड़ों की बीमारियों का जोखिम बढ़ जाता है।
इसी बीच, जो लोग स्मोकिंग छोड़ चुके हैं या छोड़ने का प्रयास कर रहे हैं, वे अक्सर पूछते हैं “फेफड़ों को कैसे साफ करें और उन्हें फिर से स्वस्थ कैसे बनाएं?” स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार, धूम्रपान से हुए नुकसान को पूरी तरह ठीक करने का एकमात्र तरीका है स्मोकिंग को पूरी तरह छोड़ना, हालांकि कुछ प्राकृतिक उपाय फेफड़ों को साफ करने में सहयोग कर सकते हैं। इन्हीं में से एक है गन्ने का रस।
गन्ने का जूस: फेफड़ों के लिए क्यों फायदेमंद?
1. फेफड़ों से टॉक्सिन निकालने में मदद
लंबे समय तक स्मोकिंग करने वालों के फेफड़ों में गंदगी और टॉक्सिन जमा होते रहते हैं। विशेषज्ञों के अनुसार, गन्ने के रस में मौजूद एंटीऑक्सिडेंट इन टॉक्सिन को कम करने में सहायक होते हैं।
हालांकि, यह फेफड़ों को पूरी तरह साफ नहीं करता, लेकिन इससे फेफड़ों की सफाई की प्रक्रिया को समर्थन मिलता है।
2. शरीर में हाइड्रेशन बढ़ाकर सूखापन दूर करता है
धूम्रपान गले, मुंह और श्वसन तंत्र को सूखा कर देता है। गन्ने का रस एक हाई-हाइड्रेशन पेय है, जो शरीर में नमी बनाए रखता है और सांस लेने में होने वाली जलन को कम कर सकता है।
3. फेफड़ों की सूजन कम करने में सहायक
सिगरेट का धुआं फेफड़ों की नली में सूजन पैदा करता है, जिससे सांस लेने में परेशानी होती है। गन्ने के रस में मौजूद एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण इस सूजन को कम करने में मदद करते हैं।
4. इम्यून सिस्टम को मजबूत करता है
धूम्रपान करने वालों का इम्यून सिस्टम कमजोर हो जाता है। गन्ने के रस में विटामिन, आयरन, मैग्नीशियम और एंटीऑक्सिडेंट पाए जाते हैं, जो शरीर की प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाते हैं और फेफड़ों को रिकवर करने में सहायता करते हैं।
5. म्यूकस पतला करता है और बलगम कम करता है
स्मोकिंग की वजह से गले और फेफड़ों में म्यूकस जमा हो जाता है, जो खांसी और सांस फूलने का बड़ा कारण है। गन्ने का रस हाइड्रेशन बढ़ाकर इस म्यूकस को पतला करता है, जिससे बलगम बाहर निकलने में आसानी होती है।