Edited By ,Updated: 07 Oct, 2015 12:13 PM
फैंगशुई का आरंभ चीन में हुआ लेकिन आज इसका महत्व और पालन विश्व के लगभग सभी देशों में किया जाता है। आपके घर में आए दिन झगड़े होते हैं,
फैंगशुई का आरंभ चीन में हुआ लेकिन आज इसका महत्व और पालन विश्व के लगभग सभी देशों में किया जाता है। आपके घर में आए दिन झगड़े होते हैं, अशांति रहती है, अनायास धन खर्च होता रहता है या कोई न कोई बीमार रहता है तो आप फैंगशुई के अनुसार अपना घर सजा कर न सिर्फ उसे सुंदर बना सकते हैं बल्कि वास्तु दोष से भी निजात पा सकते हैं।
फूलों से घर सुंदर ही नहीं लगता बल्कि उसकी मनमोहक खुशबू से घर-आंगन महक उठता है। वास्तु के अनुसार घर के किसी भी खंड की शक्ति में वृद्धि करने के लिए फूलों का बड़े पैमाने पर प्रयोग किया जाता है। ताजे फूलों को घर में सजाएं लेकिन जब यह मुरझाने लगें तो इन्हें फौरन हटा दें। ताजे फूल जीवन का प्रतीक हैं और मुरझाएं मृत्यु के सूचक हैं, ये नकारात्मक ऊर्जा छोड़ते हैं। फूलों को शयनकक्ष में रखने की बजाए ड्रॉइंगरूम में रखना ठीक होगा और सबसे उत्तम होगा इन्हें पूजा घर में सुबह-सवेरे भगवान को अर्पित करें।
हरे भरे पेड़-पौधे घर को ऊर्जावान बनाते हैं। घर की पूर्वी दिशा में फूलों के पौधे, हरी घास, मौसमी पौधे आदि लगाने से उस घर में भयंकर बीमारियों का प्रकोप नहीं होता।घर के बगीचे में पीपल, बबूल, कटहल आदि का पौधा लगाना वास्तुशास्त्र के अनुसार ठीक नहीं। इन पौधों से युक्त घर के अंदर हमेशा अशांति का अम्बार लगा ही रहता है। शयनकक्ष के अंदर पौधे लगाना अच्छा नहीं माना जाता। बेल (लतरने) वाले पौधों को अगर शयनकक्ष के अंदर दीवार के सहारे चढ़ाकर लगाया जाता है तो इससे दांपत्य संबंधों में मधुरता एवं आपसी विश्वास बढ़ता है।