Edited By ,Updated: 11 Aug, 2016 03:17 PM
* घर के खिड़की-दरवाजे इस तरह होने चाहिएं कि सूरज की रोशनी अच्छी तरह से घर के अंदर आए।
* ड्राइंग
* घर के खिड़की-दरवाजे इस तरह होने चाहिएं कि सूरज की रोशनी अच्छी तरह से घर के अंदर आए।
* ड्राइंग रूम में फूलों का गुलदस्ता लगाएं।
* रसोई घर में पूजा की अलमारी या मंदिर नहीं होना चाहिए।
* घर में टॉयलेट के बगल में देवस्थान नहीं होना चाहिए।
* अपने घर में ईशान कोण अथवा ब्रह्मस्थल में स्फटिक श्रीयंत्र की शुभ मुहूर्त में स्थापना करें। यह यंत्र लक्ष्मीप्रदायक होता है, तथा घर में स्थित वास्तुदोषों का भी निवारण करता है।
* प्रात:काल एक कंडे पर थोड़ी अग्नि जलाकर उस पर थोड़ी गूग्गल रखें और ॐ नारायणाय नम:’ मंत्र का उच्चारण करते हुए तीन बार घी की कुछ बूंदें डालें। अब गूग्गल से जो धूम्र उत्पन्न हो, उसे अपने घर के प्रत्येक कमरे में जाने दें। इससे घर की नकारात्मक ऊर्जा खत्म होगी और वास्तुदोषों का नाश होगा।
* प्रतिदिन शाम के समय घर में कपूर जलाएं इससे घर में मौजूद नकारात्मक ऊर्जा खत्म हो जाती है।
* वास्तु पूजन के पश्चात भी कभी-कभी मिट्टी में किन्हीं कारणों से कुछ दोष रह जाते हैं जिनका निवारण कराना आवश्यक है।
* घर के सभी प्रकार के वास्तु दोष दूर करने के लिए मुख्य द्वार पर एक ओर केले का वृक्ष तथा दूसरी ओर तुलसी का पौधा गमले में लगाएं।
* दुकान की शुभता बढ़ाने के लिए प्रवेश द्वार के दोनों ओर गणपति की मूर्त या स्टिकर लगाएं। एक गणपति की दृष्टि दुकान पर पड़ेगी, दूसरे गणपति की बाहर की ओर।
* हल्दी को जल में घोलकर एक पान के पत्ते से अपने सम्पूर्ण घर में छिड़काव करें। इससे घर में लक्ष्मी का वास तथा शांति भी बनी रहती है।
—दयानंद शास्त्री