कैशलेस ट्रांजेक्शन से बढ़ेगा साइबर क्राइम!

Edited By ,Updated: 13 Dec, 2016 02:52 PM

cashless india

देश के उज्जवल भविष्य के लिए मोदी सरकार ने कालाधन और भ्रष्टाचार को समाप्त करने के लिए 500 और 1000 रूपए मूल्य के नोट बंद करने के बाद अब अर्थव्यवस्था को केशलेस (नकदीविहीन) बनाने के लिए

देश के उज्जवल भविष्य के लिए मोदी सरकार ने कालाधन और भ्रष्टाचार को समाप्त करने के लिए 500 और 1000 रूपए मूल्य के नोट बंद करने के बाद अब अर्थव्यवस्था को केशलेस (नकदीविहीन) बनाने के लिए कई प्रोत्साहनों की घोषणा की है। प्रधानमंत्री मोदी जी चाहते हैं, कि भारत भ्रष्टाचार मुक्त हो सके इसके लिए ज्यादा से ज्यादा लोग नकदी की जगह ऑनलाईन या कार्ड से भुगतान को चलन में लाएं। देशवासी भी बड़े उत्साह से इस मुहिम में सहभागी हो रहे हैं परंतु क्या यह सम्भव हो पाएगा?


आज की तारीख में दुनिया के किसी भी देश में 100 प्रतिशत कैशलेस ट्रांजेक्शन तो कहीं नहीं है परंतु दुनिया में टाॅप के दस कैशलेस ट्रांजेक्शन वाले देश कुछ इस प्रकार हैं सिंगापुर 61, नीदरलैण्ड 60, फ्रांस 59, स्वीडन 59, कनाड़ा 57, बेल्जियम 56, युनाईटेड किंगडम 52, यूएसए 45, आॅस्ट्रेलिया 35, जर्मनी 33 प्रतिशत केशलेस ट्रांजेक्शन होते हैं। वर्तमान में भारत में केशलेस ट्रांजेक्शन केवल 2 प्रतिशत है। 


दुनिया में वही देश कैशलेस ट्रांजेक्शन में आगे है जिनकी भौगोलिक स्थिति वास्तु सिद्धांतों के अनुकूल है। जबकि भारत की भौगोलिक स्थिति वास्तुनुकूल न होने के कारण कैशलेस ट्रांजेक्शन का प्रतिशत बहुत ज्यादा बढ़ सकेगा इसकी संभावना बिल्कुल नहीं है।


भारत की उत्तर दिशा एवं ईशान कोण जहां अरूणाचंल प्रदेश वाला भाग ऊंचाई लिए हुए है। उसके साथ ही पूर्व दिशा में ऊंची-ऊंची पहाड़ियां हैं, जहां इम्फाल, मिजोरम, नागालैण्ड, मेघालय स्थित है। इस भौगोलिक स्थिति के कारण ही हमारे देश में गरीबी है, नैतिक पतन होता है। भारत की उत्तर दिशा को छोड़कर तीनों दिशाओं में नीचाई जहां नदियों का पानी समुद्र में मिलता है। उत्तर से आने वाली नदियों का पानी पूर्व दिशा में बहता हुआ बंग्लादेश होता हुआ बंगाल की खाड़ी में गिरता है।


यह स्थित भारत की आर्थिक स्थिति को संभालने में सहायक हो रही है तो दूसरी ओर जम्मू कश्मीर एवं पंजाब निकलने वाली नदियों का पानी पश्चिम वायव्य होता हुआ पाकिस्तान तक चला जाता है। इस कारण हमारे शत्रुओं की संख्या ज्यादा है। इसी कारण देश के शासकों को मानसिक व्यथा बनी रहती हैं। देश की कुछ नदियों का पानी नैऋत्य कोण की ओर भी बहता है अर्थात् देश का नैऋत्य कोण भी नीचा है। इस वास्तुदोष के कारण धन नष्ट होता है और देश के नागरिकों का नैतिक पतन होता है। वास्तुशास्त्र के अनुसार ईशान ऊंचा हो और नैऋत्य कोण नीचा हो तो निर्धनता रहती है, नैतिक पतन होता है।


मीडिया से मिल रही जानकारी के अनुसार 1000 और 500 रूपये मूल्य के नोट बन्द होने के बाद देश के हर कोने में भ्रष्टाचारी अपने कालेधन को सफेद करने की जुगाड़ में लगे हुए हैं और किसी हद तक वह सफल होते नजर भी आ रहे हैं। यह नैतिक पतन भारत के वास्तुदोष के कारण ही है और इसी के साथ यह भी निश्चित ही है, कि ज्यों-ज्यों कैशलेस ट्रांजेक्शन का प्रतिशत बढ़ता जाएगा त्यों-त्यों फाइनेंशियल ट्रांजेक्शन से जुड़ा साइबर क्राइम का प्रतिशत भी तेजी से बढ़ता जाएगा।


वास्तु गुरू कुलदीप सलूजा
thenebula2001@gmail.com

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