Edited By ,Updated: 03 Jun, 2025 05:07 AM

भारत में नकली करंसी छापने और उसके वितरण पर काबू पाने के लिए भारतीय न्याय संहिता की धारा 176 के तहत 10 साल की सजा हो सकती है लेकिन इसके बावजूद जल्दी अमीर बनने की चाहत में इस तरह के अपराधों में लगातार वृद्धि हो रही है।
भारत में नकली करंसी छापने और उसके वितरण पर काबू पाने के लिए भारतीय न्याय संहिता की धारा 176 के तहत 10 साल की सजा हो सकती है लेकिन इसके बावजूद जल्दी अमीर बनने की चाहत में इस तरह के अपराधों में लगातार वृद्धि हो रही है। भारतीय रिजर्व बैंक की रिपोर्ट के मुताबिक वित्त वर्ष 2024-25 में 500 रुपए मूल्य के 1.18 लाख नकली नोट पकड़े गए जिनकी कीमत 5.88 करोड़ रुपए रही। यह बरामदगी वित्त वर्ष 2023-24 में पकड़े गए नकली नोटों के मुकाबले 37.3 प्रतिशत अधिक है। अभी भी यह सिलसिला रुक नहीं रहा। पिछले एक महीने में ही सामने आए नकली करंसी की बरामदगी के मामले निम्न में दर्ज हैं :
* 13 मई, 2025 को ‘इंदौर’ के पलासिया इलाके में पुलिस ने जाली करंसी रैकेट का भंडाफोड़ करते हुए व्हाट्सएप के जरिए नकली नोट बेचने का सौदा कर रहे 2 युवकों को गिरफ्तार किया। उनके पास से करीब 40 लाख रुपए के नकली नोट बरामद हुए। ये नोट असली नोटों की गड्डियों में ऊपर और नीचे छिपा कर रखे गए थे ताकि पहली नजर में नकली न लगें।
* 13 मई, 2025 को ही ओडिशा के ‘जाजपुर’ जिले में पुलिस ने एक जाली करंसी रैकेट का भंडाफोड़ करके 2 लाख 72 हजार मूल्य के नकली नोट बरामद किए। आरोपी युवक ने एक दुकान पर नकली नोटों से सामान खरीदने का प्रयास किया था। इसकी जानकारी मिलते ही लोगों ने उसे पकड़कर पुलिस को सौंप दिया।
* 24 मई, 2025 को ‘गोंडा’ जिले में पुलिस ने नकली नोट छापने वाले गिरोह के 2 सदस्यों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से 100 रुपए के 3200 नोट बरामद किए। आरोपियों से नकली नोट छापने की मशीनें, सांचे, कागज, पिं्रटर, रसायन, यू.एस.बी., कम्प्यूटर उपकरण, हरे व सफेद रंग की नोट की तार बनाने की पन्नी, थिनर, डीकोटिंग पाऊडर, हेयर ड्रायर और अन्य निर्माण सामग्री बड़ी मात्रा में बरामद की।
* 26 मई, 2025 को राजस्थान के ‘जालौर’ में पुलिस ने 3.67 लाख रुपए की जाली करंसी के साथ 2 आरोपियों को गिरफ्तार किया। पकड़े गए आरोपी ‘हितेश कुमार’ और ‘दिनेश कुमार’ मोटरसाइकिल पर नकली नोटों की डिलीवरी देने जा रहे थे।
* 31 मई, 2025 को मुंबई पुलिस ने मालवणी में नकली नोट छापने वाले गिरोह का भंडाफोड़ कर के 23 लाख रुपए के नकली नोट बरामद किए। आरोपियों के कब्जे से एक लैपटॉप, पिं्रटर, रंगीन स्याही, विशेष प्रकार का कागज, कटर जैसी नकली नोट छापने में उपयोग की जाने वाली सामग्री भी जब्त की।
* 1 जून, 2025 को बिहार के ‘अररिया’ में पुलिस ने बिहार स्पैशल आम्र्ड पुलिस की 12वीं बटालियन के जवान ‘अमरेंद्र कुमार यादव’ को 61,500 रुपए के नकली नोटों के साथ गिरफ्तार किया।
* और अब 2 जून, 2025 को मध्य प्रदेश के ‘सोनकच्छ’ में पुलिस ने नकली नोट छापने वाले गिरोह के 5 सदस्यों को 15.41 लाख रुपए की जाली करंसी के साथ गिरफ्तार किया है। उनके पास से नकली नोट छापने के उपकरण भी बरामद किए गए हैं। पुलिस को आशंका है कि इस गिरोह ने लाखों रुपए के नकली नोट बाजार में खपा दिए हैं। जाली करंसी किसी भी देश की अर्थव्यवस्था को कमजोर करने का काम करती है। इससे काला धन बढ़ता है और नकली नोटों के इस्तेमाल से बाजार में वस्तुओं की मांग बढ़ती है, जिससे महंगाई में वृद्धि होती है। इसके अलावा जाली करंसी से बैंकिंग प्रणाली कमजोर होती है और इसका प्रभाव देश में होने वाले विदेशी निवेश पर भी पड़ता है, जिससे नौकरियां भी कम होती हैं। जाली करंसी के साथ पकड़े जाने वालों के लिए कानून और ज्यादा सख्त होना चाहिए। यदि ऐसे मामलों में आरोपियों को सख्त सजा दी जाए तो नकली करंसी के मामलों पर काफी हद तक काबू पाया जा सकता है।—विजय कुमार