अमरीका और चीन के रिश्तों को बदल रही है ‘फेंटानिल’

Edited By Updated: 16 Nov, 2025 05:18 AM

fentanyl is changing the relationship between the us and china

सिंथेटिक ओपिओइड ‘फेंटानिल’ के खिलाफ  लड़ाई  जो अमरीका में ड्रग ओवरडोज संकट के केंद्र में है, अमरीका और चीन के रिश्तों को बदल रही है। 2020 से अब तक फेंटानिल और इससे संबंधित ओवरडोज से 3,00,000 से अधिक (18 से 44 वर्ष के बीच की आयु) अमरीकियों की मौत हो...

सिंथेटिक ओपिओइड ‘फेंटानिल’ के खिलाफ  लड़ाई  जो अमरीका में ड्रग ओवरडोज संकट के केंद्र में है, अमरीका और चीन के रिश्तों को बदल रही है। 2020 से अब तक फेंटानिल और इससे संबंधित ओवरडोज से 3,00,000 से अधिक (18 से 44 वर्ष के बीच की आयु) अमरीकियों की मौत हो चुकी है। नवंबर 2018 में, अपने कार्यालय के लिए चुनाव लड़ रहे राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने चीन पर आरोप लगाना शुरू किया कि वह अमरीका को यह ड्रग भेज रहा है। उनके विरोधी भी सहमत थे। 31 अक्तूबर को, दक्षिण कोरिया में एशिया-प्रशांत आर्थिक सहयोग शिखर सम्मेलन के दौरान एक द्विपक्षीय बैठक के बाद ट्रम्प ने चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग पर व्हाइट हाऊस में फेंटानिल ले जाने का आरोप लगाया।

दोनों पक्षों के बीच इस पर लंबे समय से मतभेद रहे हैं कि चीन कितनी कठोर कार्रवाई कर रहा है।  बीजिंग ने जुलाई में एरी बैरेल से संबंधित प्रतिबंध को हटा दिया जो फेंटानिल के घटक रसायनों की एक अवैध अमरीका-आधारित आपूर्ति शृंखला के प्रमुख हैं। नवंबर की शुरुआत अमरीका ने इस पर आक्रोश व्यक्त किया। अभी तक चीन ने सार्वजनिक रूप से इस फैसले की व्याख्या नहीं की है। हालांकि, नए प्रतिबंध से चीन के शक्तिशाली सार्वजनिक-सुरक्षा मंत्रालय को अमरीका के साथ मिलकर फेंटानिल के अवैध निर्माताओं का पता लगाने के लिए लिखा गया है, जिसके लिए अधिक अनुमोदन की आवश्यकता है। अमरीका केवल विदेशों में ऐसे अभियानों की निगरानी कर सकता है।

अप्रैल में मानव स्वाधीनता आयोग ने उल्लेख किया कि चीनी अधिकारी कदम उठाने से देर कर रहे हैं जबकि ‘ड्रग वॉर अभियान’ कमजोर हो रहा है। हालांकि, फेंटानिल जैसी दवाओं के प्रवाह को रोकना चीन के लिए सरकारी लचीलेपन के बावजूद भी कठिन है। सवाल यह है कि वह कितना करना चाहता है। सितंबर 2023 में बेन वेस्ट, जिनका ध्यान चीन की राजनीति तथा अंतरराष्ट्रीय प्रवर्तन पर है, ने नोट किया कि ‘अमरीका’ पूर्व राष्ट्रपति जो बाइडेन की राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद द्वारा पूछताछ के दौरान चिंतित हो गया था। चीन ने पहले ही फेंटानिल को अवैध घोषित कर दिया है, अब उसने दावा किया कि वह ‘नहीं चाहता कि उसे अवैध कहा जाए, भले ही उसके लिए सरकारी अनुमोदन की आवश्यकता हो।’

फेंटानिल ने क्रासफ ायर के माध्यम से अपना रास्ता बना लिया है। चीनी कंपनियां बड़ी मात्रा में ओपिओइड-निर्माण रसायनों को अन्य देशों में भेजती हैं, खासतौर पर मैक्सिको, जहां कार्टेल उनका उपयोग अंतिम ड्रग बनाने और उसे अमरीका में तस्करी करने के लिए करते हैं। समय-समय पर, कनाडा और मैक्सिको सीमा पुलिस ने अमरीकी एजैंसियों की आवश्यकताओं के अनुसार शिपमेंट को रोका है। लेकिन अमरीका-चीनी तनाव ने सहयोग में रुकावट पैदा कर दी है।

चीन में प्रतिबंध बढऩे के बाद, एजैंसियों  ने प्रारंभिक रसायन विदेशों में भेजना शुरू किया। उदाहरण के लिए, 2021 में भारत की राज्य पुलिस ने एक हत्या की जांच के दौरान 4 टन ‘कानूनी’ ड्रग-निर्माण रसायनों की खोज की, जो किसी भी विशाल देशों के लिए कई दर्जन मैन्युफैक्चरिंग लैब्स को पूरा कर सकते हैं। पूर्वी राज्य ओडिशा में रसायनों को एक बड़ी आपराधिक प्रयोगशाला में ले जाया जा रहा था, जिसने अमरीका में सप्लाई चेन का विस्तारित हिस्सा बनने की कोशिश की है। 2022 में, चीनी और कोलंबियाई अधिकारियों ने मिलकर पेरू, पनामा और ताइवान में इसी तरह के कई ऑप्रेशन पकड़े। बीते वर्ष नवंबर में बाइडेन और शी जिनपिंग ने सैन फ्रांसिस्को में मुलाकात की और फेंटानिल पर सहयोग फिर से शुरू किया। अप्रैल तक यह सहयोग फिर से बाधित हो गया। अब चीन के पास अमरीका पर दबाव डालने के नए तरीके हैं। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता वांग वेनबिन ने कहा कि अमरीका को ‘गैर-उचित प्रतिबंध’ हटाने चाहिए। चीन जानता है कि इसकी ड्रग प्रीकर्सर बनाने वाली कंपनियां आर्थिक तनाव में हैं और अगर अमरीका वाकई मदद चाहता है तो उसे चीनी कंपनी मालिकों के खिलाफ  मामलों को बंद करने पर विचार करना चाहिए।

अमरीकी अधिकारी कुछ समय से यह संदेह कर रहे हैं कि चीन सरकार फेंटानिल और इसके प्रीकर्सर का उपयोग दबाव बनाने के लिए कर रही है। कुछ संकेत हैं कि ट्रम्प प्रशासन के दौरान संबंध सुधारने के लिए चीन ने फेंटानिल प्रीकर्सर के व्यापार पर नियंत्रण कड़ा किया। इसका उद्देश्य सदभावना दिखाना था। इसके विपरीत, बाइडेन प्रशासन के आने के बाद से उत्पादन और निर्यात फिर बढ़ा है।अमरीकी आंकड़ों के अनुसार, फेंटानिल और उसके सस्ते विकल्पों से मौतों की संख्या 2023 के 12 महीनों में 82,000 तक पहुंच गई। वर्तमान में यह सुनिश्चित नहीं है कि चीन फिर से सहयोग करेगा या नहीं। विशेषज्ञों का मानना है कि चीन सीमा पार होने वाले ड्रग-उत्पाद को रोक सकता है यदि वह चाहे लेकिन वह इसे हथियार की तरह उपयोग करता है।     

Related Story

    IPL
    Royal Challengers Bengaluru

    190/9

    20.0

    Punjab Kings

    184/7

    20.0

    Royal Challengers Bengaluru win by 6 runs

    RR 9.50
    img title
    img title

    Be on the top of everything happening around the world.

    Try Premium Service.

    Subscribe Now!