Edited By ,Updated: 22 Jan, 2015 09:20 AM

विदेशों में कालाधन के मामले में केंद्र सरकार को एक बड़ी सफलता हासिल हुई है। सूत्रों के अनुसार स्विट्जरलैंड ने भारत सरकार से इस मामले में जांच में सहयोग का वायदा किया है।
नई दिल्ली: विदेशों में कालाधन के मामले में केंद्र सरकार को एक बड़ी सफलता हासिल हुई है। सूत्रों के अनुसार स्विट्जरलैंड ने भारत सरकार से इस मामले में जांच में सहयोग का वायदा किया है। दावोस में वर्ल्ड इकॉनोमिक फोरम की बैठक के दौरान अरुण जेटली को स्विट्जरलैंड के वित्त मंत्री ने पूरी मदद का भरोसा दिलाया है।
बैठक के बाद जेटली ने कहा कि स्विट्जरलैंड से कालाधन के जांच में सहयोग का वायदा मिला है। साथ ही स्विट्जरलैंड उन खाताधारकों की जानकारी देने को भी तैयार है, जिनके खिलाफ भारत में जांच में पुख्ता सबूत मिले हैं। आपको बता दें कि भारत के पास अब तक कालाधन रखने वाले खाताधारकों के नामों की लिस्ट भी व्हिसल ब्लोअर्स के जरिए ही मिली है लेकिन स्विट्जरलैंड के जानकारियां देने के बाद ऐसा पहली बार होगा जब टैक्स हैवन देश उन नामों पर मुहर लगाए।
जेटली और स्विट्जरलैंड के वित्त मंत्री एवलिन विडमर के बीच यह बैठक 40 मिनट तक चली। कालेधन के मोर्चे पर सरकार को मिली इस कामयाबी के बाद जेटली ने कहा कि दुनिया अब सूचनाओं के ऑटोमैटिक एक्सचेंज की तरफ बढ़ रही है।
वहीं जेटली ने भरोसा दिलाया कि सरकार देश में सुधारों की गति बरकरार रखेगी लेकिन उन्होंने यह भी कहा कि वह बजट के पहले उम्मीदें नहीं बढ़ाना चाहते हैं। जेटली ने कहा कि वे उम्मीदें नहीं बढ़ा रहा हैं। बजट 28 फरवरी को पेश होगा और उस दिन शनिवार है।