Edited By Parveen Kumar,Updated: 21 Dec, 2025 01:02 AM

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को कांग्रेस पर उसके शासनकाल के दौरान असम और पूर्वोत्तर की ‘‘उपेक्षा'' करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सरकार उन ‘‘गलतियों'' को सुधार रही है, जो कांग्रेस दशकों से इस क्षेत्र में...
नेशनल डेस्क: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को कांग्रेस पर उसके शासनकाल के दौरान असम और पूर्वोत्तर की ‘‘उपेक्षा'' करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सरकार उन ‘‘गलतियों'' को सुधार रही है, जो कांग्रेस दशकों से इस क्षेत्र में करती आ रही थी। गुवाहाटी हवाई अड्डे के नये टर्मिनल का उद्घाटन करने के बाद एक रैली को संबोधित करते हुए मोदी ने आरोप लगाया कि असम और पूर्वोत्तर का विकास कभी भी कांग्रेस के एजेंडे का हिस्सा नहीं था।
प्रधानमंत्री ने दावा किया, “कांग्रेस ने उन घुसपैठियों को संरक्षण दिया, जिन्होंने जंगलों और जमीनों पर कब्जा कर लिया, जिससे असम की सुरक्षा और पहचान को खतरा पैदा हो गया... भाजपा सरकार पूर्वोत्तर में दशकों तक कांग्रेस की ओर से की गई गलतियों को सुधार रही है।” प्रधानमंत्री पश्चिम बंगाल से असम पहुंचे, जहां उन्होंने एक रैली को संबोधित किया। दोनों राज्यों में छह महीने से भी कम समय में विधानसभा चुनाव होने हैं। मोदी ने कहा कि निर्वाचन आयोग ने मतदाता सूचियों का विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) इसलिए शुरू किया, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि घुसपैठियों को चुनाव प्रक्रिया से बाहर रखा जा सके, ‘‘लेकिन ‘देशद्रोही' उन्हें बचाने की कोशिश कर रहे हैं।'' उन्होंने कहा, ‘‘केंद्र सरकार घुसपैठ रोकने के लिए सख्त कदम उठा रही है।''
मोदी ने कहा कि आजादी से पहले, जब मुस्लिम लीग और अंग्रेज भारत के बंटवारे की तैयारी कर रहे थे, तब असम को पूर्वी पाकिस्तान का हिस्सा बनाने की साजिश रची गई थी। उन्होंने दावा किया, "कांग्रेस इस साजिश का हिस्सा बनने वाली थी। लेकिन वह गोपीनाथ बरदोलोई थे, जिन्होंने अपनी पार्टी के खिलाफ खड़े होकर असम की पहचान को नष्ट करने की इस साजिश का विरोध किया और असम को देश से अलग होने से बचाया।" प्रधानमंत्री ने कहा कि भाजपा पार्टी लाइन से ऊपर उठकर हर देशभक्त का सम्मान करती है और वाजपेयी सरकार ने बारदोलोई को 'भारत रत्न' से अलंकृत किया था। उन्होंने कहा कि भाजपा की "डबल इंजन सरकार" के नेतृत्व में असम में विकास लगातार उसी तरह जारी है, जैसे शक्तिशाली ब्रह्मपुत्र नदी का प्रवाह।
मोदी ने कहा, “असम की धरती से मेरा लगाव मुझे प्रेरित करता है, इस क्षेत्र के विकास के लिए मुझे शक्ति प्रदान करता है। असम और पूरा पूर्वोत्तर क्षेत्र भारत के विकास का द्वार बन रहा है। देश के प्रत्येक राज्य, प्रत्येक क्षेत्र की 'विकसित भारत' के मिशन में महत्वपूर्ण भूमिका है।'' उन्होंने कहा, “असम का विकास न केवल एक आवश्यकता है, बल्कि मेरे लिए एक जिम्मेदारी और जवाबदेही भी है। पिछले 11 वर्षों में असम और पूर्वोत्तर में लाखों-करोड़ों रुपये की विकास परियोजनाएं शुरू की गई हैं।” प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत 2047 तक एक विकसित राष्ट्र बनने की दिशा में काम कर रहा है, जिसमें बुनियादी ढांचे पर ध्यान केंद्रित किया जा रहा है, ताकि वंचितों को प्राथमिकता देकर और यह सुनिश्चित करके कि प्रत्येक राज्य एक साथ प्रगति करे, एक विकसित राष्ट्र के संकल्प को पूरा किया जा सके।
उन्होंने कहा, "असम और पूर्वोत्तर इस मिशन का नेतृत्व कर रहे हैं। 'एक्ट ईस्ट' नीति के जरिये इस क्षेत्र को प्राथमिकता मिली है और असम भारत के पूर्वी प्रवेश द्वार के रूप में उभरा है।" मोदी ने कहा कि मोदी ने कहा कि असम भारत को आसियान (दक्षिण पूर्वी एशियाई राष्ट्रों का संगठन) देशों से जोड़ने वाले पुल की भूमिका निभा रहा है और यह राज्य कई क्षेत्रों में 'विकसित भारत' का इंजन बनेगा। उन्होंने कहा कि असम का विकास इसलिए संभव हो पाया है, क्योंकि भाजपा सरकार इस क्षेत्र की पहचान और संस्कृति की रक्षा कर रही है।