जैक मा पर कार्रवाई के बाद खौफ में चीन की टेक कंपनियां, 2 दिन में ही डूब गए 15 लाख करोड़ रुपए

Edited By jyoti choudhary,Updated: 29 Dec, 2020 01:32 PM

chinese tech companies in awe after action on jack ma

चीन की सरकार ने पहले जैक मा की अलीबाबा और ऐंट ग्रुप पर कार्रवाई की और अब बाकी टेक कंपनियों पर शिकंजा कस रही है। चीन सरकार की कार्रवाई से कंपनियों में ऐसा खौफ समाया है कि महज दो ही दिन में चीन की बड़ी कंपनियों को करीब

बिजनेस डेस्कः चीन की सरकार ने पहले जैक मा की अलीबाबा और ऐंट ग्रुप पर कार्रवाई की और अब बाकी टेक कंपनियों पर शिकंजा कस रही है। चीन सरकार की कार्रवाई से कंपनियों में ऐसा खौफ समाया है कि महज दो ही दिन में चीन की बड़ी कंपनियों को करीब 15 लाख करोड़ रुपए का नुकसान हो गया है। दरअसल, चीन के मार्केट रेगुलेटर ने ई-कॉमर्स क्षेत्र की दिग्गज कंपनी अलीबाबा ग्रुप के खिलाफ एकाधिकार-रोधी जांच शुरू करने की घोषणा की है। चीन की टेक कंपनियों को डर लग रहा है कि वह भी एंटीट्रस्ट जांच के दायरे में आ सकती हैं।

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तीन में महीने में अलीबाबा को 20 लाख करोड़ रुपए का नुकसान
एंटीट्रस्ट के तहत कार्रवाई के डर से लगातार दूसरे दिन भी अलीबाबा के साथ उसकी प्रतिद्वंद्वी कंपनी टेनसेंट होल्डिंग्स, फूड डिलिवरी कंपनी Meituan और JD.com Inc के स्टॉक्स की जमकर बिकवाली देखने को मिली। सोमवार को अलीबाबा के स्टॉक्स में 8 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई। अक्टूबर से लेकर अब तक चीनी रेगुलेटर्स के शिकंजे की वजह से कंपनी को 270 बिलियन डॉलर यानी करीब 20 लाख करोड़ रुपए का नुकसान हो चुका है। वहीं, Tencent और Meituan दोनों कंपनियों के शेयर में आज 6 फीसदी से अधिक की गिरावट दर्ज की गई है। वहीं, JD.com के शेयर 2 फीसदी टूटे हैं। इससे इन चारों टेक कंपनियों को पिछले दो दिनें में 200 बिलियन डॉलर यानी करीब 15 लाख करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है।

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Ant Group में बदलाव करने के आदेश
चीन ने इंटरनेट सेक्टर में एंटी मोनोपोली प्रैक्टिसेज को लेकर जांच तेज कर दी है। रविवार को चीन के सेंट्रल बैंक ने ऐंट ग्रुप को अपने कारोबारों में सुधार (रेक्टिफिकेशन) करने का आदेश दिया है। रेगुलेटर्स ने कहा कि ऐंट ग्रुप नियामकीय आवश्यकताओं का पालन करे। चीन के रेगुलेटर्स ने रविवार को बयान में कहा कि चीन के केंद्रीय बैंक पीपुल्स बैंक ऑफ चाइना ने ऐंट ग्रुप के एग्जीक्यूटिव्स को समन जारी किया और उन्हें आदेश दिया गया है कि वे एक रेक्टिफिकेशन प्लान तैयार करें।

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साथ ही क्रेडिट, इंश्योरेंस व वेल्थ मैनेजमेंट सर्विसेज समेत अपने कारोबार के इंप्लीमेंटेशन टाइमटेबल को भी तैयार करें। रेगुलेटर्स ने ऐंट ग्रुप को अपनी जड़ में वापस जाने और खुद को पेमेंट सर्विस के तौर पर फिर से स्थापित करने का आदेश दिया। आपको बता दें कि ऐंट ग्रुप की शुरुआत अलीबाबा के ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म Taobao के लिए पेमेंट सर्विसेज के तौर पर हुई थी। आज यह ग्रुप इंश्योरेंस व इन्वेस्टमेंट प्रॉडक्ट की भी पेशकश करता है।

कंज्यूमर्स के अधिकारों का हनन
रेगुलेटर्स ने अपने बयान में कहा कि ऐंट ग्रुप में गवर्नेंस मैकेनिज्म की कमी है। ग्रुप ने रेगुलेशन का उल्लंघन किया है और कंपनी ने मार्केट में अपनी पोजिशन का इस्तेमाल अपने प्रतिद्वंद्वियों को बाहर करने में किया है। इससे उपभोक्ताओं के अधिकारों और हितों को हानि पहुंची है। दरअसल, चीन की सरकार अलीबाबा और वीचैट के दबदबे को लेकर चिंतित है। चीन की सरकार प्राइवेट सेक्टर की उन कंपनियों को नियंत्रित करने का प्रयास कर रही है, जो ऑनलाइन बैंकिंग में विस्तार कर रही हैं, जबकि चीन वित्तीय जोखिमों को कम करने का प्रयास कर रहा है।

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