Edited By jyoti choudhary,Updated: 10 Dec, 2025 05:16 PM

भारतीय शेयर बाजार में अगले साल यानी 2026 में IPO की बड़ी लहर आने वाली है। कंपनियों ने कुल 2.55 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा के IPO लाने की तैयारी कर ली है। मजबूत निवेशक रुचि और बाजार में अच्छी लिक्विडिटी की वजह से कंपनियां तेजी से पूंजी जुटाना चाहती...
बिजनेस डेस्कः भारतीय शेयर बाजार में अगले साल यानी 2026 में IPO की बड़ी लहर आने वाली है। कंपनियों ने कुल 2.55 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा के IPO लाने की तैयारी कर ली है। मजबूत निवेशक रुचि और बाजार में अच्छी लिक्विडिटी की वजह से कंपनियां तेजी से पूंजी जुटाना चाहती हैं, जिससे 2026 IPO बाजार के लिए बेहद खास साल बन सकता है।
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88 कंपनियों को मंजूरी, 100 से ज्यादा कतार में
अभी तक 88 कंपनियों को SEBI की मंजूरी मिल चुकी है, जो मिलकर करीब 1.16 लाख करोड़ रुपए जुटाएंगी। इसके अलावा 104 कंपनियां मंजूरी का इंतजार कर रही हैं, जिनका लक्ष्य लगभग 1.4 लाख करोड़ रुपए जुटाना है। इसका मतलब है कि IPO की लाइन लगातार लंबी होती जा रही है।
2025 में रिकॉर्ड फंड जुटा
पिछले कुछ सालों में भी IPO बाजार काफी सक्रिय रहा है। 2025 में लगभग 100 कंपनियों ने रिकॉर्ड 1.77 लाख करोड़ रुपए जुटाए, जो 2007 के बाद सबसे ज्यादा है। इससे पहले 2024 में 1.6 लाख करोड़ और 2023 में 49,500 करोड़ रुपए जुटाए गए थे। 2025 में IPO से जुड़ी फाइलिंग्स भी बढ़ गईं—244 DRHP दाखिल हुए, जबकि 2024 में 157 ही हुई थीं।
मजबूती की वजह विदेशी निवेशकों, रिटेल निवेशकों, HNI और म्यूचुअल फंड्स की लगातार भागीदारी रही। हालांकि सेकेंडरी मार्केट उतना मजबूत नहीं रहा और लिस्ट हुई कई कंपनियों के शेयर इश्यू प्राइस से नीचे ट्रेड कर रहे हैं, फिर भी कंपनियों ने OFS के जरिए बड़ी मात्रा में पैसा जुटाया।
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इस बीच SEBI ने नवंबर में IPO प्रक्रिया को आसान बनाने और प्री-IPO शेयरों की लॉक-इन से जुड़ी दिक्कतों को दूर करने के लिए नए सुधारों का प्रस्ताव रखा है। अब डिपॉजिटरीज को लॉक-इन अवधि के दौरान गिरवी रखे गए शेयरों को “नॉन-ट्रांसफरेबल” मार्क करने का अधिकार देने की बात कही गई है।