Edited By jyoti choudhary,Updated: 17 Feb, 2024 03:53 PM

कृषि और प्रसंस्कृत खाद्य उत्पाद निर्यात विकास प्राधिकरण (एपीडा) के नवीनतम आंकड़ों के अनुसार अप्रैल से दिसंबर 2023 तक 9 महीने की अवधि में 29 प्रतिशत की मजबूत वृद्धि के साथ ताजे फल भारत के कृषि निर्यात में एक उत्कृष्ट प्रदर्शनकर्त्ता के रूप में उभरे...
नई दिल्ली: कृषि और प्रसंस्कृत खाद्य उत्पाद निर्यात विकास प्राधिकरण (एपीडा) के नवीनतम आंकड़ों के अनुसार अप्रैल से दिसंबर 2023 तक 9 महीने की अवधि में 29 प्रतिशत की मजबूत वृद्धि के साथ ताजे फल भारत के कृषि निर्यात में एक उत्कृष्ट प्रदर्शनकर्त्ता के रूप में उभरे हैं। भारत के ताजे फलों का बाज़ार इस अवधि के दौरान पिछले वर्ष के 102 देशों की तुलना में 111 देशों में फैल गया है। यह 100 मिलियन डॉलर से अधिक के निर्यात की श्रेणी में अग्रणी है।
अप्रैल-नवंबर 2023 के दौरान कई प्रमुख वस्तुओं में पिछले वर्ष की तुलना में पर्याप्त वृद्धि देखी गई, जैसे केले 63 प्रतिशत और केसर व दशहरी आम क्रमशः 120 और 140 प्रतिशत, दाल (सूखी और छिलके वाली) 110 प्रतिशत, ताजे अंडे 160 प्रतिशत। अप्रैल से दिसंबर 2023 की अवधि के दौरान बासमती चावल का निर्यात मूल्य 19 प्रतिशत बढ़ गया, जो पिछले वर्ष के 3.33 बिलियन अमरीकी डॉलर की तुलना में 3.97 बिलियन अमरीकी डॉलर तक पहुंच गया। इसके साथ ही निर्यात की मात्रा में 11 प्रतिशत की उल्लेखनीय वृद्धि देखी गई, जो समान समय-सीमा के भीतर 31.98 लाख मीट्रिक टन से बढ़कर 35.43 लाख मीट्रिक टन हो गई।
बासमती चावल ने शीर्ष बाजारों में अपनी जगह बना ली है। ईरान, इराक, सऊदी अरब, अमरीका और संयुक्त अरब अमीरात इन निर्यातों के लिए शीर्ष पांच गंतव्यों के रूप में उभरे हैं। यह मजबूत प्रदर्शन बासमती चावल की स्थायी लोकप्रियता और वैश्विक मांग को रेखांकित करता है, जिससे भारत के निर्यात पोर्टफोलियो में एक प्रमुख कृषि उत्पाद के रूप में इसकी स्थिति और मजबूत हो गई है।
सब्जियों के निर्यात में भी 24 प्रतिशत की वृद्धि
इस अवधि के दौरान प्रसंस्कृत सब्जियों के निर्यात में भी 24 प्रतिशत की वृद्धि हुई। इसके बाद विविध प्रसंस्कृत वस्तुओं का निर्यात बढ़ा। ताजी सब्जियों की बिक्री में भी पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में पर्याप्त वृद्धि देखी गई। अप्रैल-दिसंबर, 2023 की अवधि में एपीडा की निर्यात टोकरी में 23 प्रमुख वस्तुओं (पी.सी.) में से 18 ने सकारात्मक वृद्धि प्रदर्शित की।
विशेष रूप से आंकड़ों से पता चलता है कि पिछले वर्ष 100 मिलियन अमरीकी डॉलर से अधिक निर्यात वाले 15 बड़े पी.सी. में से 13 में सकारात्मक वृद्धि हुई, औसत वृद्धि दर 12 प्रतिशत रही। वित्तीय वर्ष 2022-23 के दौरान भारत का कृषि निर्यात 53.1 बिलियन अमरीकी डॉलर तक पहुंच गया था, जिसमें एपीडा की कमोडिटी बास्केट का भारत के कृषि-निर्यात में 51 प्रतिशत का महत्वपूर्ण योगदान था।