Edited By jyoti choudhary,Updated: 26 Jun, 2022 03:45 PM
परिसंपत्ति प्रबंधन कंपनियां (एएमसी) अगले महीने से म्युचुअल फंड की नई योजनाएं लाने की तैयारियों में जोर-शोर से जुटी हुई हैं। बाजार नियामक सेबी की तरफ से नए फंड की पेशकश पर लगाई गई तीन महीने की रोक अब खत्म होने जा रही है।
नई दिल्लीः परिसंपत्ति प्रबंधन कंपनियां (एएमसी) अगले महीने से म्युचुअल फंड की नई योजनाएं लाने की तैयारियों में जोर-शोर से जुटी हुई हैं। बाजार नियामक सेबी की तरफ से नए फंड की पेशकश पर लगाई गई तीन महीने की रोक अब खत्म होने जा रही है। भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) ने नई फंड पेशकश लाने पर नई प्रणाली लागू होने तक रोक लगा दी थी। नई प्रणाली के क्रियान्वयनय के लिए सेबी ने एक जुलाई की समयसीमा तय की हुई है।
पाबंदी की अवधि खत्म होता देख म्यूचुअल फंड कंपनियां नई फंड योजनाएं लाने की तैयारियों में लग गई हैं। इस महीने कम से कम छह एएमसी ने नई योजनाएं शुरू करने की मंजूरी के लिए सेबी के पास दस्तावेज जमा करवाए हैं। वहीं अप्रैल से मई के बीच दर्जनभर कंपनियों ने 15 योजनाओं के लिए सेबी के पास दस्तावेज जमा करवाए थे। वित्त वर्ष 2021-22 में एएमसी ने 176 नई फंड पेशकश कर 1.08 लाख करोड़ रुपये जुटाए थे। इसके पहले वर्ष 2020-21 में 84 नई फंड पेशकश लाई गई थीं।
हालांकि चालू वित्त वर्ष 2022-23 में अब तक केवल चार फंड पेशकश ही की गई हैं जिनसें सिर्फ 3,307 करोड़ रुपए ही जुटाए जा सके हैं। युवा निवेशकों के लिए शुरू बैंकिंग प्लेटफॉर्म नियो के रणनीति प्रमुख स्वप्निल भास्कर ने कहा, "ऐसा लगता है कि अगली तिमाही से नई फंड पेशकश का मौसम फिर से लौटने वाला है। दो तिमाहियों तक एएमसी कंपनियां सेबी के निर्देशों के अनुपालन संबंधी इंतजाम में व्यस्त रहीं। इसके अलावा बाजार में जारी उतार-चढ़ाव ने भी नई पेशकश को थामने में योगदान दिया।"