देश में अगस्त में सूरजमुखी तेल आयात 89.6% बढ़ा, रूस, अर्जेंटीना प्रमुख आपूर्तिकर्ता

Edited By jyoti choudhary,Updated: 14 Sep, 2022 12:02 PM

sunflower oil imports in the country increased by 89 6

यूक्रेन संकट के बाद, रूस और अर्जेंटीना भारत के लिए सूरजमुखी के तेल के प्रमुख आपूर्तिकर्ता देश के रूप में उभरे हैं। अगस्त महीने में इस खाद्यतेल का आयात 89.6 प्रतिशत बढ़कर 1.35 लाख टन पहुंच गया। सॉल्वेंट एक्सट्रैक्टर्स एसोसिएशन (एसईए) ने यह जानकारी...

बिजनेस डेस्कः यूक्रेन संकट के बाद, रूस और अर्जेंटीना भारत के लिए सूरजमुखी के तेल के प्रमुख आपूर्तिकर्ता देश के रूप में उभरे हैं। अगस्त महीने में इस खाद्यतेल का आयात 89.6 प्रतिशत बढ़कर 1.35 लाख टन पहुंच गया। सॉल्वेंट एक्सट्रैक्टर्स एसोसिएशन (एसईए) ने यह जानकारी दी। विश्व का प्रमुख वनस्पति तेल खरीदार भारत सूरजमुखी तेल के लिए आयात पर निर्भर है। यह कुल खाद्य तेल आयात का 16 प्रतिशत है। 

रूस-यूक्रेन संकट से पहले, भारत में आयात होने वाले 70 प्रतिशत सूरजमुखी तेल यूक्रेन से आता था, जबकि 20 प्रतिशत रूस से लेकिन इस साल फरवरी के अंत में रूस के यूक्रेन पर हमले के बाद से आयात बुरी तरह प्रभावित हुआ है। उद्योग संगठन सॉल्वेंट एक्सट्रैक्टर्स एसोसिएशन (एसईए) ने एक बयान में कहा, ‘‘रूस और अर्जेंटीना भारत को सूरजमुखी तेल के प्रमुख आपूर्तिकर्ता बन गए हैं।'' इस साल अगस्त में, भारत ने मुख्य रूप से रूस और अर्जेंटीना से लगभग 1,35,000 टन सूरजमुखी तेल और तुर्की से एक कम मात्रा में इस तेल का आयात किया। यह पिछले वर्ष के इसी महीने के 71,340 टन से 89.6 प्रतिशत अधिक है। 

कुल सूरजमुखी तेल आयात में से रूस से आयात इस साल अगस्त में बढ़कर 72,780 टन हो गया, जो एक साल पहले इसी अवधि में 28,840 टन था। इसी तरह, अर्जेंटीना से सूरजमुखी तेल का आयात इस साल अगस्त में बढ़कर 30,600 टन हो गया, जो एक साल पहले इसी महीने में 12,500 टन था। अगस्त में तुर्की से करीब 14,588 टन का आयात किया गया। एसईए के आंकड़ों से पता चला है कि अगस्त 2021 में, देश ने यूक्रेन से 30,000 टन सूरजमुखी तेल का आयात किया था। एसईए के अनुसार, भारत के प्रमुख आयात में पाम तेल शामिल है और इस साल अगस्त में इस तेल का आयात 32.64 प्रतिशत बढ़कर 9,94,997 टन हो गया, जबकि एक साल पहले इसी माह में 7,50,134 टन था। 

पाम तेल उत्पादों में, आरबीडी पामोलिन का आयात इस साल अगस्त में 7.84 प्रतिशत बढ़कर 2.02 लाख टन हो गया, जो एक साल पहले इसी महीने में 1.87 लाख टन था। सीपीओ का आयात 5.50 लाख टन से 42 प्रतिशत बढ़कर 7.82 लाख टन हो गया, जबकि कच्चे पाम कर्नेल तेल (सीपीकेओ) का आयात आलोच्य अवधि में 11,903 टन से घटकर 10,200 टन रह गया। हल्के तेलों में सोयाबीन तेल का आयात इस साल अगस्त में बढ़कर 2.44 लाख टन हो गया, जबकि पिछले साल की समान अवधि में यह 1.82 लाख टन था। सूरजमुखी का तेल भी हल्के तेल की श्रेणी में आता है। 

देश का कुल वनस्पति तेल आयात भी इस साल अगस्त में 33 प्रतिशत बढ़कर 14,01,233 टन हो गया, जबकि एक साल पहले इसी महीने में यह 10,53,810 टन था। एसईए के अनुसार, कच्चे पाम तेल (सीपीओ) पर उच्च निर्यात शुल्क और आरबीडी पामोलिन पर कम शुल्क के कारण आरबीडी पामोलिन का आयात पिछले साल के स्तर से अधिक रहा। आरबीडी पामोलिन भारत के कुल खाद्य तेलों के आयात का 12 प्रतिशत हिस्सा है, जो पिछले साल सिर्फ दो प्रतिशत था। इसके अलावा, पिछले चार महीनों में खाद्य तेलों की गिरती अंतरराष्ट्रीय कीमतों ने भारत के पक्ष में रहा। देश अपनी घरेलू मांग को पूरा करने के लिए खाद्य तेलों के आयात पर निर्भर है। 

एसईए ने कहा कि इस साल एक सितंबर तक खाद्य तेलों का भंडार 6.11 लाख टन होने का अनुमान था और लगभग 18.25 लाख टन पाइपलाइन में थे। भारत मुख्य रूप से इंडोनेशिया और मलेशिया से पाम तेल का आयात करता है, और अर्जेंटीना से सोयाबीन तेल सहित कच्चे हल्के तेल की कम मात्रा का आयात करता है। 

Related Story

IPL
Chennai Super Kings

176/4

18.4

Royal Challengers Bangalore

173/6

20.0

Chennai Super Kings win by 6 wickets

RR 9.57
img title
img title

Be on the top of everything happening around the world.

Try Premium Service.

Subscribe Now!