Edited By Punjab Kesari,Updated: 19 Jul, 2018 12:47 PM
बुधवार को हुई बारिश ने नगर निगम के दावों की पोल खोल कर रख दी है। शहर के कई सैक्टरों में पानी भर गया।
पंचकूला(मुकेश) : बुधवार को हुई बारिश ने नगर निगम के दावों की पोल खोल कर रख दी है। शहर के कई सैक्टरों में पानी भर गया। इसमें सैक्टर 15,19,20, इंडस्टियल एरिया व अन्य शामिल है। जिसे लेकर नगर निगम के प्रशासक राजेश जोगपाल और ई.ओ. जरनैल सिंह को फील्ड में निकलना पड़ा। घरों में घुसे पानी की वजह से लोगों को काफी नुक्सान हुआ।
वहीं सैक्टर-19 पंजाब के जीरकपुर में पड़ते बलटाना के साथ सटा है। दोनों क्षेत्रों के बार्डर पर बरसाती नाला ओवरफ्लो होकर लोगों के घरों में घुस जाता है। बुधवार को जब लोगों के घरों में पानी घुसा तो नगर निगम के अफसरों की नींद खुली और वह खुद मौके पर पहुंचे। ठेकेदार के जरिए जे.सी.बी. मंगवाई गई और नाले की सफाई करवाई।
वहीं सैक्टर 25 में तो अधिकारियों ने बारिश के पानी की निकासी के लिए लोगों के घरों के सामने सड़क खोद कर नाली बना डाली। ताकि पानी जमा न हो सके। सैक्टर-15 मार्कीट के प्रधान विजय शर्मा ने नगर निगम के अधिकारियों से अपील की है कि बारिश के पानी की निकासी का प्रबंध किया जाए।
वहीं पूर्व कमिश्नर एवं मौजूदा प्रशासक राजेश जोगपाल ने कहा कि मेरे खुद के घर में बारिश का पानी घुस गया। जिसकी वजह से फर्नीचर व अन्य सामान खराब हो गया। वहीं ई.ओ. जरनैल सिंह नगर निगम पंचकूला ने बताया कि जैसे ही पता चला कि लोगों के घरों में पानी घुसा है तो तुरंत मौके पर पहुंचे और टीम के साथ पानी को निकलवाया।
ठेकेदार के खिलाफ निगम ने नहीं की कार्रवाई :
बारिश में सैक्टर-19 में अक्सर पानी भर जाता है। जिससे निजात दिलवाने के लिए नगर निगम की मीटिंग में वर्ष 2017 में री-चार्जेबल बोर का प्रस्ताव पारित किया लेकिन नगर निगम के अफसरों की लापरवाही से वह काम पहले तो लेट शुरू हुआ।
अगर समय रहते मॉनसून से पहले री-चार्जेबल बोर का काम मुकम्मल हुआ तो आज लोगों के घरों में बारिश का पानी न घुसता। अहम बात यह भी है कि नगर निगम के अधिकारियों ने उस ठेकेदार के खिलाफ कार्रवाई करना भी उचित नहीं समझा जिसने काम अधूरा ही छोड़ रखा है।