Edited By Prachi Sharma,Updated: 06 Apr, 2024 07:57 AM
बुध का गोचर बुध का गोचर होने जा रहा है। बुध वक्री अवस्था में 9 अप्रैल को मीन राशि में गोचर करेंगे। यहां पर यह 10 मई तक रहेंगे। फिर आगे मेष राशि में जाएंगे। हालांकि
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Budh Vakri in Pieces 2024: बुध का गोचर बुध का गोचर होने जा रहा है। बुध वक्री अवस्था में 9 अप्रैल को मीन राशि में गोचर करेंगे। यहां पर यह 10 मई तक रहेंगे। फिर आगे मेष राशि में जाएंगे। हालांकि हाल ही में बुध का गोचर मेष राशि में हुआ था। लेकिन वक्री अवस्था में चलते हुए मीन राशि में आ गए हैं। मीन राशि बुध की नीच राशि है।
कुंभ राशि: बुध का मीन राशि में गोचर कुंभ राशि के जातकों के लिए शुभ है। इसका कारण है कि इसका गोचर दूसरे भाव में होगा। बुध यहां पर नीच राशि में धन स्थान में है। निश्चित तौर पर यहां पर धन में वृद्धि का काम करेंगे। अष्टम भाव के ऊपर बुध की सीधी दृष्टि रहेगी। जिनका काम रिसर्च से जुड़ा है, उनको फायदा हो सकता है। अष्टम भाव अचानक से मिलने वाला धन का भाव है। कहीं से अचानक धन की प्राप्ति हो जाए। बुध की मिथुन राशि आपकी कुंडली में पंचम भाव में आती है, जो अगेनस इजी गेंस का भाव है। पाचंवा भाव बुद्धि विवेक का भाव है। इस दौरान फैसले जो है आप बुद्धि और विवेक के साथ लेंगे। संतान पक्ष से भी आपको अच्छी खबर सुनने को मिल सकती है।
धनु राशि: बुध का मीन राशि में गोचर धनु राशि के जातकों के लिए अच्छा है क्योंकि यह गोचर आपकी कुंडली में चौथे भाव में होगा। चौथा भाव सुख स्थान, मां का भाव और स्टेट ऑफ माइंड का भाव होता है। यहां पर बुध का गोचर होना आपके लिए अच्छा है। इस अवधि के दौरान आप नई प्रॉपर्टी बना सकते हैं। बुध की दृष्टि यहां पर आपकी कुंडली में दशम भाव के ऊपर रहेगी। कारोबार में वृद्धि का योग बन रहा है क्योंकि यहां पर बुध की कन्या राशि आपके दशम भाव में ही है। बुध दशम भाव को प्रोटेक्ट कर रहे हैं। कारोबार में अच्छा लाभ मिलेगा। कार्यस्थल में आपका प्रभाव बढ़ सकता है।
तुला राशि: बुध का मीन राशि में गोचर तुला राशि वालों के लिए अच्छा है। तुला राशि के जातकों के लिए यह गोचर छठे भाव में होगा। छठा भाव रोग ऋण शत्रु का भाव होता है। इस अवधि के दौरान आपके ऊपर जो कर्ज है, वो कम होना शुरू हो जाएगा। कोर्ट में कोई केस चल रहा है, तो वहां पर आपको राहत मिल सकती है। यदि आप शारीरिक रूप से परेशान है। बुध त्रिदोष देने वाले ग्रह है। जब अच्छे गोचर में आते हैं, तो बीमारी को ठीक करने का काम करते हैं। यहां पर छठे भाव से संबंधित तीनों सिग्रिनेफिकेंट है। उसके आपको अच्छे फल मिलेंगे। 12वें भाव के ऊपर बुध की एक दृष्टि जाएगी। इस अवधि के दौरान विदेश यात्रा भी हो सकती है।
सिंह राशि: बुध का मीन राशि में गोचर करना सिंह राशि के जातकों के लिए अच्छा रहने वाला है क्योंकि सिंह राशि के जातकों के लिए यह गोचर अष्टम भाव में होगा। अष्टम भाव से बुध दूसरे भाव को देखेंगे। दूसरे भाव में बुध की अपनी कन्या राशि है। दूसरा भाव आपके कुटुंब का भाव है। इसके साथ ही आपका धन स्थान भी है। धन स्थान पर बुध की दृष्टि धन में वृद्धि का काम करेगी। कुटुंब से आपको अच्छी खबर आ सकती है। जिनका काम रिसर्ज से जुड़ा हुआ है, उनको भी इसका फायदा होगा।
मिथुन राशि: बुध का मीन राशि में गोचर मिथुन राशि के जातकों के लिए अच्छा है। इसका कारण यह है कि यहां पर यह गोचर 10वें भाव में होगा। 10वें भाव में जब बुध गोचर करेंगे तो चौथे भाव को सीधी दृष्टि देंगे। यह आपका सुख स्थान और मां का भाव है। मां की सेहत को लेकर आपको अच्छी खबर मिल सकती है। इस अवधि के दौरान आप कोई नई प्रॉपर्टी और वाहन खरीद सकते हैं। इसके अलावा कारोबार में भी वृद्धि होती हुई नजर आएगी। कार्यस्थल पर आपका प्रभाव बढ़ता हुआ नजर आएगा।
वृषभ राशि: बुध का मीन राशि में गोचर करना वृषभ राशि के जातकों के लिए काफी अच्छा है। यहां पर आपकी कुंडली में यह गोचर 11वें भाव में हो रहा है। आपके घर में कोई प्रेगनेंसी है, तो वहां पर आपको अच्छी खबर मिल सकती है। बुध यहां से सीधा पांचवे भाव को देखेंगे। इस दौरान आप कोई भी फैसला लेंगे तो पूरे बुद्धि विवेक के साथ लेंगे क्योंकि यहां पर बुध की राशि पंचम भाव में आती है। पाचंमा भाव बुद्धि विवेक का भाव होता है। आपको इजी गेंस मिल सकते हैं। यदि आपकी प्रमोशन रुकी हुई है, तो प्रमोशन हो सकती है क्योंकि 11वां भाव आपकी प्रमोशन, इच्छाओं का पूर्ति और आय का भाव है। निश्चित तौर पर लाइफ के इन तीनों एरियाज में आपको उसके अच्छे परिणाम देखने को मिलेंगे।
नरेश कुमार
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