Edited By Parveen Kumar,Updated: 18 Dec, 2025 10:20 PM

लद्दाख के माननीय लेफ्टिनेंट गवर्नर कविंदर गुप्ता ने कहा है कि लद्दाख तेज़ी से एक यादगार, ज़िम्मेदार और सस्टेनेबल ग्लोबल डेस्टिनेशन के रूप में उभर रहा है, जहाँ टूरिज्म का विकास सांस्कृतिक संरक्षण, स्थानीय समुदाय की भागीदारी और पर्यावरणीय जिम्मेदारी...
नेशनल डेस्क: लद्दाख के माननीय लेफ्टिनेंट गवर्नर कविंदर गुप्ता ने कहा है कि लद्दाख तेज़ी से एक यादगार, ज़िम्मेदार और सस्टेनेबल ग्लोबल डेस्टिनेशन के रूप में उभर रहा है, जहाँ टूरिज्म का विकास सांस्कृतिक संरक्षण, स्थानीय समुदाय की भागीदारी और पर्यावरणीय जिम्मेदारी पर आधारित है। उन्होंने ज़ोर देकर कहा कि लद्दाख की अनोखी विरासत, स्वच्छ प्राकृतिक परिदृश्य और मजबूत स्थानीय समुदाय इसकी वैश्विक पहचान की रीढ़ हैं, और प्रशासन ऐसे पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध है जो समावेशी, संतुलित और स्थानीय परंपराओं व इकोलॉजी का सम्मान करे।
लेफ्टिनेंट गवर्नर यह बातें आज पर्यटन विभाग द्वारा आयोजित कार्यक्रम में ‘डेस्टिनेशन लद्दाख’ लोगो के अनावरण के अवसर पर कह रहे थे। उन्होंने कहा कि यह नई पहचान लद्दाख के विशिष्ट चरित्र और ज़िम्मेदार पर्यटन के विज़न को दर्शाती है। उनके अनुसार, यह पहल राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय पर्यटन मानचित्र पर लद्दाख की मौजूदगी को और मज़बूत करेगी, साथ ही स्थानीय समुदाय के लिए सस्टेनेबल आजीविका और दीर्घकालिक लाभ भी सुनिश्चित करेगी।
एलजी ने कहा कि “डेस्टिनेशन लद्दाख” केवल एक लोगो नहीं, बल्कि दुनिया के सामने लद्दाख की संस्कृति, विरासत और असाधारण भू-दृश्य को पेश करने का अवसर है। यह उस भूमि, उसके लोगों और उनके लचीलेपन की कहानी कहता है, जो कठिन परिस्थितियों के बावजूद अपनी पहचान बनाए हुए हैं। उन्होंने बताया कि लोगो का डिज़ाइन, रंग और स्वरूप परंपरा और आधुनिकता के बीच संतुलन दर्शाता है, जो एक वैश्विक गंतव्य के रूप में लद्दाख की गर्मजोशी, सरलता और मजबूती को सामने लाता है।

उन्होंने आगे कहा कि यह कदम लद्दाख को एक ज़िम्मेदार, सस्टेनेबल और कम्युनिटी-फ्रेंडली पर्यटन स्थल के रूप में स्थापित करने की दिशा में सोच-समझकर उठाया गया प्रयास है। इससे युवाओं और महिलाओं सहित स्थानीय समुदाय के लिए रोज़गार के अवसर पैदा होंगे और साल भर संतुलित पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा।
कविंदर गुप्ता ने कहा कि माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का विज़न दूर-दराज और रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण क्षेत्रों को विकास की मुख्यधारा से जोड़ने पर केंद्रित रहा है। इसी विज़न के अनुरूप, यूटी प्रशासन पर्यटन और स्थानीय विकास में इनोवेशन, सस्टेनेबिलिटी और सांस्कृतिक संरक्षण को प्राथमिकता दे रहा है, ताकि लद्दाख को सिर्फ एक पर्यटन स्थल ही नहीं, बल्कि एक ज़िम्मेदार वैश्विक गंतव्य के रूप में प्रस्तुत किया जा सके।
उन्होंने बताया कि पर्यटन मंत्रालय के सहयोग से लद्दाख में कई बड़े प्रोजेक्ट्स पर काम चल रहा है। इनमें स्वदेश दर्शन 2.0 के तहत जुली लेह बायोडायवर्सिटी पार्क (₹23.16 करोड़), LoC और कारगिल में हंडरमैन विलेज एक्सपीरियंस (₹11.45 करोड़), और चैलेंज बेस्ड डेस्टिनेशन डेवलपमेंट स्कीम के तहत मुश्कू वैली का विकास (₹9.77 करोड़) शामिल है। इसके अलावा PM-JUGA स्कीम के तहत सुरू, आर्यन और शाम वैली जैसे ट्राइबल क्लस्टर्स में होमस्टे विकसित किए जा रहे हैं।
एलजी ने यह भी बताया कि कारगिल के टूरिस्ट फैसिलिटेशन सेंटर में वॉटर स्क्रीन प्रोजेक्शन शो (₹12.07 करोड़) और लेह पैलेस में साउंड एंड लाइट शो (₹8.57 करोड़) तैयार किए जा रहे हैं, जिनके 2026 में शुरू होने की उम्मीद है। इससे क्षेत्र में सस्टेनेबल और ज़िम्मेदार पर्यटन को और मजबूती मिलेगी।
कार्यक्रम के दौरान लेफ्टिनेंट गवर्नर ने “सेलिब्रेट लद्दाख” कैलेंडर भी जारी किया, जिसमें अगले तीन वर्षों के प्रमुख वार्षिक त्योहारों की तारीखें शामिल हैं। इसके साथ ही पर्यावरण संरक्षण और जनस्वास्थ्य के लिए STP इंसेंटिव स्कीम तथा सैटेलाइट फोन प्रोक्योरमेंट से जुड़ी SOPs भी जारी की गईं, जिसके तहत निजी टूर ऑपरेटर आपात स्थितियों के लिए BSNL से सैटेलाइट फोन खरीद सकेंगे।
इस अवसर पर LAHDC कारगिल के चेयरमैन और CEC डॉ. मोहम्मद जाफ़र अखून ने टीम स्ट्रिंगमो को बधाई देते हुए बताया कि किस तरह आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों के कई सदस्य अपनी रचनात्मक प्रतिभा से आजीविका कमा पा रहे हैं। वहीं, चीफ एडवाइजर डॉ. पवन कोटवाल ने टूरिज्म स्टेकहोल्डर्स की मांगों और लद्दाख में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए प्रशासन की विभिन्न पहलों पर प्रकाश डाला।