Edited By Niyati Bhandari,Updated: 25 Dec, 2025 08:48 AM

Christmas 2025: जब सृष्टि की रचना हुई तो परमेश्वर ने आदम और हव्वा (औरत) को बनाया और उन्हें कुछ आज्ञाएं भी दी थीं परन्तु शैतान द्वारा बरगलाए जाने पर उन्होंने परमेश्वर की आज्ञाओं का उल्लंघन कर दिया जिससे पाप ने जन्म ले लिया और पृथ्वी पर फैल गया। तब...
Christmas 2025: जब सृष्टि की रचना हुई तो परमेश्वर ने आदम और हव्वा (औरत) को बनाया और उन्हें कुछ आज्ञाएं भी दी थीं परन्तु शैतान द्वारा बरगलाए जाने पर उन्होंने परमेश्वर की आज्ञाओं का उल्लंघन कर दिया जिससे पाप ने जन्म ले लिया और पृथ्वी पर फैल गया। तब परमेश्वर ने मनुष्य को पुन: सीधे रास्ते पर लाने के लिए कई नबियों को धरती पर भेजा, परन्तु मनुष्यों ने उनकी एक न सुनी और पाप धरती पर बढ़ता ही गया।
अंत में, परमेश्वर ने मनुष्य को पाप की दलदल में से निकाल कर जो रिश्ता मनुष्य का परमेश्वर से टूट गया था उसे पुन: जोड़ने के लिए अपने इकलौते पुत्र प्रभु यीशु मसीह को धरती पर भेजा। जिसके बारे में नबियों ने प्रभु यीशु मसीह के जन्म के 700 वर्ष पहले से ही भविष्यवाणियां कर दी थीं।

यीशु मसीह आदि से ही थे
प्रभु यीशु मसीह, जो आदि से ही थे और परमेश्वर के संग थे, को आज से 2025 साल पहले यरूशलम के बेथलहम में कुंवारी मरियम के पवित्र गर्भ से पवित्र आत्मा द्वारा संसार में मनुष्यों के बीच मनुष्य के रूप में ही परमेश्वर ने भेजा। यूहन्ना नबी ने पवित्र बाईबल में लिखा है कि, ‘‘आदि में शब्द था, और शब्द परमेश्वर के साथ था, और शब्द ही परमेश्वर था। (यूहन्ना 1:1)’’
उन्होंने इन शब्दों की पुष्टि प्रभु यीशु मसीह के जन्म के समय यह कह कर की कि ‘शब्द देहधारी हुआ।’
प्रभु यीशु मसीह नबी (भविष्यवक्ता) भी थे। प्रभु यीशु मसीह ने अपने साढ़े 33 साल के जीवनकाल के अन्तिम साढ़े तीन सालों के दौरान जहां आध्यात्मिक सेवा के दौरान स्वर्ग के राज के बारे में प्रचार किया वहीं कई भविष्यवाणियां भी कीं जिनमें उन्होंने अपने जीवन और संसार के अन्तिम दिनों के बारे में जिक्र किया, विशेषकर अपने पकड़वाए जाने और सलीबी मौत, तीसरे दिन पुन: जी उठने और पुन: धरती पर आने की भविष्यवाणियां कीं।
उन्होंने अपनी भविष्यवाणियों में संसार के अन्तिम दिनों की निशानियों के बारे में भी जिक्र किया। इन सब भविष्यवाणियों का वर्णन पवित्र बाईबल की पोथी मत्ती में दर्ज किया गया है।

प्रभु यीशु मसीह धर्म नहीं, मनुष्यों के दिलों को बदलने आए
प्रभु यीशु मसीह धरती पर किसी सांसारिक धर्म की स्थापना करने के लिए नहीं अपितु मनुष्यों के पापी दिलों को बदल कर स्वर्ग के राज के लिए तैयार करने के लिए आए थे।
उन्होंने कहा कि तौबा करो और मन फिराओ क्योंकि स्वर्ग का राज नजदीक है। इसे सम्पूर्ण करने के लिए प्रभु यीशु मसीह ने भूखे को रोटी, नंगे को कपड़ा, बेघर को घर और बीमार की तिमारदारी के एजैंडे पर लोगों को जागरूक करवा कर संसार में आपसी भाईचारे, प्रेम और शांति का संदेश दिया।