Edited By Sarita Thapa,Updated: 26 May, 2025 07:01 AM
Inspirational Context: एक जरूरतमंद लड़का स्कूली पढ़ाई के खर्चे पूरे करने के लिए घर-घर जाकर सामान बेचा करता था। एक दिन ऐसा हुआ कि कोई सामान नहीं बिका और उसे जोरों की भूख लगी थी।
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Inspirational Context: एक जरूरतमंद लड़का स्कूली पढ़ाई के खर्चे पूरे करने के लिए घर-घर जाकर सामान बेचा करता था। एक दिन ऐसा हुआ कि कोई सामान नहीं बिका और उसे जोरों की भूख लगी थी। उसने सोचा कि अब जो अगला घर आएगा, वहां पर कुछ खाने के लिए मांगेगा। वह एक घर के पास पहुंचा और घंटी बजाई। एक लड़की ने दरवाजा खोला। उसने हड़बड़ी में लड़की से खाने की जगह एक गिलास पानी मांगा।
लड़की अंदर गई और पानी की जगह एक गिलास दूध लेकर आई। लड़के ने दूध पी लिया। लड़के ने पूछा कि एक गिलास दूध के कितने पैसे हुए?
लड़की ने कहा कि दया का कोई मूल्य नहीं होता है। इस पर लड़के ने उसे धन्यवाद किया। दूध पीने के बाद उसके शरीर में ऊर्जा का संचार हुआ। उसे लगा कि दुनिया में भगवान और इंसान दोनों ही हैं। कई वर्षों के बाद अचानक वह लड़की बीमार हो गई। उसे शहर के बड़े अस्पताल में भर्ती कराया गया। उसे देखने के लिए डॉक्टर होवार्ड केली को संदेश भेजा गया। उस लड़की के कस्बे का नाम सुनकर डॉक्टर केली एकदम से चौंक गए। तुरंत सीट से उठे और उस लड़की के पास गए।
उसे देखकर वह पहचान गए। उन्होंने उस लड़की का इलाज किया, जिससे उसकी जान बच गई। डॉ. केली वही लड़के थे, जिसे कई साल पहले उस लड़की ने एक गिलास दूध दिया था।