Edited By Prachi Sharma,Updated: 29 Feb, 2024 10:19 AM
किसी राज्य में एक राजा था जिसकी एक टांग और एक आंख नहीं थी। एक बार राजा को ख्याल आया कि क्यों न खुद की एक तस्वीर बनवाई जाए। फिर क्या था,
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Inspirational Story: किसी राज्य में एक राजा था जिसकी एक टांग और एक आंख नहीं थी। एक बार राजा को ख्याल आया कि क्यों न खुद की एक तस्वीर बनवाई जाए। फिर क्या था, देश-विदेशों से चित्रकारों को बुलवाया गया। एक से एक बड़े चित्रकार राजा के दरबार में आए। राजा ने उन सभी से निवेदन किया कि वे उसकी एक सुंदर तस्वीर बनाएं जो राजमहल में लगाई जाएगी।
सभी चित्रकार सोचने लगे कि राजा तो पहले ही दिव्यांग है, फिर उसकी तस्वीर को ‘बहुत सुंदर’ कैसे बनाया जा सकता है। वहीं अगर तस्वीर सुंदर नहीं बनी तो राजा गुस्सा होकर दंड देगा। यही सोचकर सारे चित्रकारों ने राजा की तस्वीर बनाने से मना कर दिया। तभी पीछे बैठे एक चित्रकार ने कहा कि मैंने आपकी बहुत सुंदर तस्वीर बनाऊंगा, जो आपको जरूर पसंद आएगी।
राजा की आज्ञा लेकर चित्रकार जल्दी से तस्वीर बनाने में जुट गया। काफी दिनों के बाद उसने एक तस्वीर तैयार की। तस्वीर देखकर सारे चित्रकारों ने अपने दांतों तले उंगली दबा ली। उस चित्रकार ने एक ऐसी तस्वीर बनाई जिसमें राजा एक टांग को मोड़कर जमीन पर बैठा है और एक आंख बंद करके अपने शिकार पर निशाना लगा रहा है।
राजा यह देखकर बहुत प्रसन्न हुआ कि उस चित्रकार ने राजा की कमजोिरयों को छिपा कर कितनी चतुराई से एक सुंदर तस्वीर बनाई है। राजा ने उसे बहुत बड़ा ईनाम दिया।
प्रसंग का सार यह है कि दूसरों की कमियों को नजरअंदाज करना और उनकी अच्छाइयों पर ध्यान देना बहुत मुश्किल काम नहीं है। आजकल लोग एक-दूसरे की कमियां बहुत जल्दी ढूंढ लेते हैं, चाहे खुद में कितनी भी बुराइयां हों। उस चित्रकार से दूसरों को देखने का सही नजरिया सीख सकते हैं। जब आप किसी के बारे में अच्छा सोचते हैं तो यकीनन आपके साथ भी अच्छा ही होता है।